Rajasthan Election 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है. इसमें सांसदों को भी मौका दिया है. पार्टी ने जब से सांसदों को टिकट दिया है, पार्टी में बगावत भी देखने को मिला है. ऐसे में एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर के लिए सर्वे किया है कि राजस्थान में सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारने से बीजेपी में शुरू हुई बगावत से पार्टी को कितना नुकसान होगा? इस सवाल का सर्वे में लोगों ने दिलचस्प जवाब दिया है.


सर्वे के जवाब में लोगों ने क्या कहा?


सर्वे में लोगों 44 फीसदी लोगों ने कहा कि सांसदों को विधानसभा चुनाव में उतारने से बीजेपी में शुरू हुई बगावत से बीजेपी को बहुत ज्यादा नुकसान होगा. वहीं 23 फीसदी लोगों ने कहा कि कुछ हद तक पार्टी को नुकसान हो सकता है. वहीं 30 फीसदी लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने कहा कि इससे पार्टी को कोई नुकसान नहीं होगा. तीन फीसदी लोगों ने कहा कि वो इस सवाल पर कुछ नहीं कह सकते.



  • बहुत ज़्यादा नुक़सान- 44 फीसदी

  • कुछ हद तक नुक़सान- 23 फीसदी

  • कोई नुकसान नहीं- 30 फीसदी

  • कह नहीं सकते- तीन फीसदी


बता दें कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तारीख में बदलाव हो चुका है. राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए अब 23 नवंबर की बजाय 25 नवंबर को मतदान होगा. एक बयान जारी कर बताया गया कि चुनाव आयोग ने 9 अक्टूबर को राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा करते हुए 23 नवंबर को मतदान होने की घोषणा की थी. लेकिन, कई राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों के साथ-साथ कई मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उस दौरान राज्य में बड़े पैमाने पर होने वाली शादियों और सामाजिक कार्यक्रमों का हवाला देते हुए आयोग से राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीख बदलने की मांग की जा रही थी. यह तर्क दिया जा रहा था कि उस दौरान बड़े पैमाने पर शादियों और त्योहार के कारण न केवल मतदान का प्रतिशत कम रह सकता है, चुनाव के इंतजाम में भी लॉजिस्टिक की समस्या खड़ी हो सकती है. 


(डिस्क्लेमर- पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान हो चुका है. चुनाव के लिए सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवार उतार रही है और चुनावी घोषणाएं कर रही है. इन मुद्दों पर abp न्यूज़ के लिए C VOTER ने सर्वे किया है. इस सर्वे में 2 हजार 649 लोगों की राय ली गई है. सर्वे शनिवार से आज दोपहर तक किया गया है. सर्वे में मार्जिन ऑफ एरर प्लस माइनस 3 से प्लस माइनस 5 फीसद है.)