Jaipur News: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद  (ABVP) का 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन गुलाबी नगरी जयपुर (Jaipur) में चल रहा है. अधिवेशन में देशभर के विभिन्न प्रांतों से कार्यकर्ता आये हैं. एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री होशियार मीणा ने बताया कि अधिवेशन में कार्यकर्ताओं को गोविन्द गुरु (Govind Guru) और महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) के त्याग और बलिदान से रूबरू कराया जाएगा. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से छात्रों में वीर सपूतों के प्रति भ्रम पैदा किया जा रहा है. एबीवीपी देश के छात्रों को एक सूत्र में पिरोने का काम करने जा रही है. सभी छात्रों को संदेश दिया जाएगा कि उनके आदर्श महाराणा प्रताप और गोविन्द गुरु हैं. एबीवीपी के प्रयास से छात्रों का भ्रम दूर करने का प्रयास किया जाएगा.


हल्दीघाटी, मानगढ़ धाम की मिट्टी पहुंचाएगी ABVP


उन्होंने बताया कि हल्दीघाटी से मिट्टी लेकर यात्रा जयपुर पहुंच चुकी है. राष्ट्रीय अधिवेशन में देश के विभिन्न प्रांतों से आए हुए कार्यकर्ताओं को मिट्टी दी जाएगी. अधिवेशन खत्म होने के बाद हल्दीघाटी और मानगढ़ धाम की मिट्टी देश के हर प्रांत तक एबीवीपी पहुंचाएगी. हल्दीघाटी, खमनोर, रक्ततलाई, नाथद्वारा, उदयपुर, चित्तौड़, भीलवाड़ा, गुलाबपुरा, बिजयनगर, नसीराबाद, अजमेर, किशनगढ़, दूदू होते हुए यात्रा जयपुर अधिवेशन स्थल पहुंची थी. हल्दीघाटी और मानगढ़ से लाई गई बलिदानी माटी देश के कोने-कोने में पहुंचेगी. इसी बहाने छात्रों को एक सूत्र में जोड़ने का काम किया जा रहा है.


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27 नवंबर को समाप्त होगा 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन 


एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने बताया कि महाराणा प्रताप ने मुगलों से संघर्ष करते हुए कभी अधीनता स्वीकार्य नहीं की. लोहार समाज आज भी दरबदर भटकता रहता है. उन्होंने शपथ ली थी कि जब तक मुगलों से आजादी नहीं ले लेंगे तब तक दरबदर भटकते रहेंगे. पक्के घर नहीं बनाएंगे और दरबदर भटकेंगे. जंगलों में रहेंगे और थाली में खाना खाएंगे. ना ही वस्तुओं को उपयोग में लाएंगे. गौरतलब है कि 25 नवंबर से शुरू हुआ एबीवीपी का अधिवेशन 27 नवंबर तक चलेगा.