Bharatpur Crime News: राजस्थान के भरतपुर जिले के उच्चैन थाना पर कार्यरत सहायक उपनिरीक्षक को भरतपुर की एसीबी टीम ने 10 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया है. सहायक उपनिरीक्षक ने यह रिश्वत की राशि थाने पर दर्ज हुए मामले में फाइनल रिपोर्ट (एफआर) लगाने के लिए मांगी थी. एएसआई एक हजार रुपये आरोपा से पहले ही ले चुका था.


क्या है पूरा मामला


मिली जानकारी के अनुसार भरतपुर के उच्चैन थाने पर एक मामला गांव रिछोली निवासी नितेश के खिलाफ दर्ज हुआ था. इस मामले की जांच थाने पर तैनात सहायक उपनिरीक्षक अमीर चंद कर रहे थे. गांव रिछोली निवासी नितेश पर उसके ही गांव के एक व्यक्ति विजेंद्र ने प्लॉट पर कब्जा करने का मामला दो जून को उच्चैन थाने में दर्ज करवाया था. एएसआई अमीर चंद ने इस मामले में एफआर लगाने और कोर्ट में 147 की कार्रवाई से बचने के लिए नितेश से 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी.नितेश और अमीर चंद में सौदा 11 हजार रुपये में तय हुआ. इसके जिसके बाद एएसआई ने नितेश से एक हजार रुपये पहले ही ले लिए. बाकी के 10 हजार रुपये लेते हुए एसीबी की टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.  


क्या कहना है परिवादी का


परिवादी नितेश ने बताया कि उसके गांव के ही बिजेंद्र ने उसके खिलाफ प्लाट पर कब्जा करने का मामला दर्ज कराया था. इस मामले की जांच एएसआई आमिर चंद कर रहे थे. अमीर चंद ने मामले में एफआर लगाने की एवज में 20 हजार की रिश्वत मांगी थी. बाद में दोनों के बीच सौदा 11 हजार रुपये में तय हो गया. नितेश ने एक हजार रुपये उसी समय उसे दे दिए थे. इसके बाद उसने एसीबी के टोल फ्री नंबर पर एएसआई के खिलाफ जयपुर में शिकायत की. 


नितेश की शिकायत पर जयपुर से भरतपुर एसीबी को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए. इस पर भरतपुर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन किया. सत्यापन के बाद एसीबी ने एएसआई को नितेश से 10 हजार की रिश्वत लेते समय रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.


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