Coaching City News: कोटा शहर में बन रही बहुमंजिला इमारतों, हॉस्टल, पीजी और अन्य बिल्डिंगों की नगर निगम के फायर अनुभाग ने जांच शुरू कर दी है.कई लोगों ने बिना अनुमति के ही एक के बाद एक मंजिल खड़ी कर दी.अवैध रूप से बनाई गई बिल्डिंगों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया गया है.इन सभी को नोटिस जारी किए गए हैं. जिनको नोटिस जारी किया गया है, उनसे सात दिन में जवाब मांगा गया है. संतोषजनक जवाब नहीं होने पर नियमानुसार कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.


कोटा उत्तर और दक्षिण नगर निगम के फायर अनुभाग ने आपदा प्रबंधन चेयरमैन योगेंद्र शर्मा के संयुक्त नेतृत्व में अग्नि सुरक्षा उपकरणों की जांच का अभियान चलाया जा रहा है. इसमें अनियमितता पाए जाने पर 30 हॉस्टल मालिकों को अंतिम सीज नोटिस जारी किया गया है.इनमे पूर्व में नोटिस जारी किए गए तीन हॉस्टल भी शामिल हैं. निगम प्रशासन ने सात दिवसीय नोटिस जारी कर हॉस्टल मालिकों को एनओसी नहीं लेने पर सीज की चेतावनी दी है.


छोटे भूखंड पर बिल्डिंग बडी की इजाजत नहीं 


कोचिंग हब कोटा के रिहायशी इलाकों में छोटे-छोटे आवासीय भूखंडों पर ऊंची-ऊंची इमारतें खड़ी कर व्यावसायिक रूप में काम लिया जा रहा है.इनमें हॉस्टल, मेस, रेस्टोरेंट, बार, रूप टॉप रेस्तंरा आदि चलाए जा रहे हैं.नियम विरुद्ध बनाए गए इन बिल्डिंगों में फायर सेफ्टी उपकरण तक मौजूद नहीं हैं. जिनमें फायर सेफ्टी उपकरण लगे हैं, वो बंद हालत में हैं. इससे यहां कभी भी कोई भी बड़ी घटना की आशंका बनी रहती है. 


अधिकतर बिल्डिंगों में बॉयज व गर्ल्स हॉस्टल संचालित हैं.इनमें मेडिकल और NEET की तैयारी करने देश के कोने-कोने से आए बच्चे रहते हैं.निगम प्रशासन पूर्व में भी इन रिहायशी इलाकों में चल रहे हॉस्टलों का निरीक्षण कर मालिकों को नोटिस जारी कर चुका है. इसके बाद भी अधिकतर हॉस्टल मालिकों ने अब तक फायर एनओसी तक नहीं ली.इन इलाकों में अधिकतर हॉस्टल शहर के प्रतिष्ठित व्यक्तियों,व्यापारी और जनप्रतिनिधियों के हॉस्टल हैं. ऐसे लोगों की पहुंच सीधे जयपुर तक होने से अधिकारी पर उन पर ऊंगली उठाने से कतराते हैं. हाल ही में जवाहर नगर और कुन्हाड़ी इलाके में बहुमंजिला इमारत से कोचिंग छात्रों की गिरकर हुई मौत के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है. कोचिंग छात्रों के हित में हॉस्टलों और बहुमंजिला इमारतों में अनियमितताओं के खिलाफ सख्ती कार्रवाई शुरू की गई है.


बिना परमिशन के 8 से 10 मंजिला बिल्डिंग खड़ी की
अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास के नेतृत्व में निगम का जाप्ता जब सर्वे के लिए जवाहर नगर व लैंडमार्क सिटी स्थित हॉस्टल का निरीक्षण करना पहुंचा तो हॉस्टल संचालकों और स्टाफ में हड़कंप मच गया.इस टीम में शामिल अधिकारियों ने हॉस्टलों में लगे फायर सेफ्टी उपकरणों की जांच की. इस जांच में अधिकतर हॉस्टलों और बहुमंजिला इमारतों में फायर सेफ्टी उपकरण तक नहीं मिले.रिहाइशी इलाकों में छोटे-छोटे भूखंडों पर लोगों ने बिना परमिशन के आठ-10 मंजिला इमारतें खड़ी कर रखी हैं. इन इमारतों में कोचिंग कर रहे छात्र रह रहे हैं. इन हॉस्टलों में मेस, रेस्टोरेंट,रूप टॉप रेस्तरां बार आदि चलाए जा रहे हैं. इन हॉस्टलों के पास फायर लाइसेंस, फूड लाइसेंस और ट्रेड लाइसेंस नहीं है. 


खाली कराएंगे हॉस्टल, सीज होंगे
अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि नोटिस की समयावधि पूरी होने पर संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं देने वालों के हॉस्टल खाली कराए जाएंगे. उन्होंने कहा कि इस दौरान बच्चों को परेशानी न हो इसका भी पूरा ध्यान रखा जाएगा.गर्मी आने वाली है ऐसे में बिजली का लोड अधिक है, आग और अन्य दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए सख्ती की जाएगी और अभियान को जारी रखा जाएगा.


निर्माणाधीन हॉस्टल का काम बंद कराया
कोटा उत्तर नगर निगम के लैंडमार्क सिटी में निरीक्षण के दौरान टीम बी ब्लॉक में पहुंची. वहां एक छोटे से भूखंड पर सात मंजिला बिल्डिंग का निर्माण कार्य चल रहा था. इस साइट पर मजदूर बिना सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट के काम करते पाए गए.यह देखकर निगम टीम ने बिल्डिंग का काम बंद करावाकर ठेकेदार को चेतावनी दी.जबकि प्लाट यूआईटी क्षेत्र में होने से हॉस्टल मालिक को परमिशन लेटर सहित यूआईटी के ऑफिस में बुलाया गया.अग्निशमन अधिकारी राकेश व्यास का कहना है कि नियमविरूद्ध पाए गए हॉस्टल, मेस, बिल्डिंग को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा गया है. उन्होंने कहा कि नियमानुसार नहीं पाए जाने वाले हॉस्टल और बिल्डिंग को सीज करने की कार्रवाई की जाएगी.उन्होंने बताया कि इस अभियान की पूरी जानकारी जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्त को भी दी जाएगी. उनके आदेश पर कार्रवाई की जाएगी.


ये भी पढ़ें


Petrol Diesel Price: रविवार को पेट्रोल डीजल के ताजा रेट जारी, जानें- आपके शहर में क्या है फ्यूल के दाम?