Udaipur Tourism: उदयपुर में पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों का दावा है कि दर्जी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या के कारण पर्यटन उद्योग को तगड़ा झटका लगा है. घटना के कारण उदयपुर आने वाले पर्यटकों ने अगले दो महीनों के लिये होटलों में आधे से अधिक बुकिंग रद्द करा दी हैं. शहर में ज्यादातर लोगों के लिये पर्यटन आजीविका का मुख्य स्रोत है और इससे जुड़े हितधारकों को डर है कि इस घटना से बड़े पैमाने पर शहर में पर्यटकों की आवाजाही प्रभावित हो सकती है और सितंबर से शुरू होने वाले पर्यटन सीजन पर इस घटना का नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
दो महीनों के लिए 50% से अधिक बुकिंग रद्द
उदयपुर के होटल एसोशिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और कारोही हवेली होटल के मालिक सुदर्शन देव सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘इस घटना के बाद लोगों ने अग्रिम बुकिंग रद्द करना शुरू कर दिया. जुलाई और अगस्त माह में मानसून के मौसम के दौरान सप्ताह अंत के लिये मेरे पास अच्छी संख्या में पर्यटक आने वाले थे लेकिन घटना के बाद अगले दो महीनों के लिये पचास प्रतिशत से अधिक बुकिंग पिछले पांच-छह दिनों के दौरान रद्द कर दी गई.’’
इस शांतिपूर्ण शहर में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण पर्यटन उद्योग पहले से प्रभावित था और इस साल अच्छे कारोबार की उम्मीद थी लेकिन इस घटना ने उदयपुर की छवि को बुरी तरह प्रभावित किया है. जयपुर में राजस्थान एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के सचिव संजय ने कहा, ‘‘उदयपुर एक बहुत ही शांतिपूर्ण शहर रहा है और ऐसा कोई घृणित अपराध आज तक नहीं हुआ. यह न केवल उदयपुर बल्कि पूरे राजस्थान जहां पर्यटन एक प्रमुख उद्योग है, के लिये एक झटका है.’’
जल रहा है शांत और झीलों वाला शहर
उन्होंने कहा, ‘‘उदयपुर आने वाले कई पर्यटकों ने घटना को देखते हुए अपनी अग्रिम बुकिंग को रद्द करा दी हैं. उदयपुर आकर्षक स्थानों के अलावा शांतिपूर्ण वातावरण के कारण पर्यटकों का आकर्षण का केन्द्र था लेकिन इस घटना से नकारात्मक प्रभाव पड़ा है.’’
हरे-भरे स्थानों और पहाड़ियों से घिरा उदयपुर झीलों की नगरी के नाम से प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो अपने शांत वातावरण और झीलों के लिये जाना जाता है. इसे देश के पर्यटन मानचित्र पर एक विशेष स्थान प्राप्त है. यह हस्तशिल्प का भी केन्द्र है. उदयपुर आने वाले अधिकांश पर्यटक जगदीश चौक, हाथी पोल क्षेत्र ओर मालदास गली का दौरा करते हैं.
कन्हैयालाल की मौत से पूरे उदयपुर में आक्रोश
गौरतलब है कि उदयपुर में मालदास गली के पास एक दुकान में मंगलवार को एक दर्जी कन्हैयालाल की दो मुस्लिम युवकों ने निर्मम हत्या कर दी थी, जिसके बाद पूरा उदयपुर जल उठा. अधिकांश हस्तशिल्प, वस्त्र, और आभूषणों की दुकानें इसी क्षेत्र में स्थित हैं. हाथीपोल के हस्तशिल्प व्यापारी देवेन्द्र जावलिया ने कहा, ‘‘ उदयपुर की छवि बुरी तरह से खराब हुई है और मुझे अपने दोस्तों और देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों के साथ-साथ ग्राहकों के फोन आ रहे हैं और वे इस घटना पर आश्चर्य जता रहे हैं. यह धारणा निश्चित रूप से हम सभी के लिये चिंता का कारण है.’’
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बहाल करना होगा भरोसे का माहौल
टूरिस्ट गाइड गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा, ‘‘हम सभी इस घटना से स्तब्ध हैं. आमतौर पर हर शहर में अपराध होते हैं, लेकिन इस घटना ने पूरे देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया है." घटना के बाद जयपुर से उदयपुर भेजे गये अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन जिन्होंने 2004 से 2007 तक उदयपुर के पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्य किया था, ने कहा कि शहर में भरोसा बहाल करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि उदयपुर अपने पर्यटन के लिये जाना जाता है और बड़ी संख्या में लोग इससे जुड़े हैं. हमें स्थिति को सामान्य करने के लिये विश्वास का माहौल बहाल करने की जरूरत है.
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