Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान के मुसलमानों की उच्च शिक्षा की स्थिति पर हैदराबाद सांसद और एआईएमआईएम प्रमुख (AIMIM Chief) ने चिंता जताई है. भरतपुर पहुंचे असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि राजस्थान के मुसलमानों की उच्च शिक्षा में स्थिति बेहद खराब है. दूसरे धर्म की तुलना में मुस्लिम बच्चे भी ज्यादा कुपोषित हैं. उन्होंने मुसलमानों के लिए आरक्षण की वकालत की. ओवैसी ने कहा कि राजस्थान में मुस्लिमों के पास जमीन भी कम है. सामाजिक और आर्थिक पिछड़ेपन को मानक मानते हुए 82 मुस्लिम बिरादरी आरक्षण की हकदार हैं.
मुसलमानों के पिछड़ेपन की रिपोर्ट पर क्या बोले ओवैसी?
मुसलमानों के आर्थिक और शैक्षणिक पिछड़ेपन की रिपोर्ट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भेजूंगा. राजस्थान में अल्पसंख्यकों का बजट नब्बे करोड़ से दो सौ अस्सी करोड़ करना पर्याप्त नहीं है. भड़काऊ भाषण के आरोप पर ओवैसी ने कहा कि मैं आईना दिखाता हूं. रिपोर्ट बता रही है कि किसी भी पार्टी ने अल्पसंख्यक समुदाय के लिये कुछ नहीं किया. जानकारों का मानना है कि ओवैसी की पार्टी मुसलमानों के पिछड़ेपन को विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनाकर उतरेगी. प्रदेश की लगभग 40 सीटों पर एआईएमआईएम का फोकस है.
विधानसभा चुनाव में फिलहाल गठबंधन से इनकार-MIM
राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष जमील खान ने बताया कि एआईएमआईएम का अभी गठबंधन करने की तैयारी नहीं है. हो सकता है आनेवाले दिनों में कुछ दलों को शामिल किया जाए. प्रदेश अध्यक्ष जमील खान ने बताया था कि राजस्थान के विधानसभा चुनाव में जाति और उम्र का कोई पैमाना नहीं होगा. उन्होंने कहा था कि मुस्लिम बाहुल्य सीटों के अलावा कई जाट और मीणा बाहुल्य सीटों पर भी प्रत्याशी उतारे जा सकते हैं. संभावित सीटों पर सर्वे कर होम वर्क पूरा कर लिया गया है. एआईएमआईएम का सबसे ज्यादा फोकस राजस्थान के तीन बड़े शहर जयपुर, जोधपुर और कोटा की कई विधानसभा सीटों पर है.