ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का राजस्‍थान दौरा बुधवार से शुरू हो रहा है.ओवैसी दो दिन तक राजस्थान में रहेंगे.इस दौरान वो कई जनसभाओं को संबोधित करेंगे.ओवैसी इस दौरान जयपुर और सीकर इलाके का दौरा करेंगे.राजस्थान विधानसभा चुनाव में उतरने की घोषणा के बाद यह एआईएमआईएम प्रमुख का पहला सार्वजनिक कार्यक्रम है.


यह है ओवैसी का कार्यक्रम


AIMIM प्रमुख के तय कार्यक्रम के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी जयपुर में पार्टी कार्यालय में पदाधिकारियों की बैठक लेंगे. इसके बाद वो जालूपुरा के इलाके में जनंसपर्क करेंगे.इसके बाद उनका शेखावटी इलाके में लक्ष्‍मणगढ़,फतेहपुर,खीरवा,खींवसर,नवलगढ़,बलारा,जाजोद,सुजानगढ़ और लाडनूं में जनसंपर्क अभियान चलाने का कार्यक्रम है. उल्‍लेखनीय है कि एआईएमआईएम राजस्थान में अपने संगठन को खड़ा करने की कोशिश में है. 


असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के राज्य संयोजक जमील खान ने बताया कि 14 सितंबर को सुबह 11.30 बजे ओवैसी का जालूपुरा में स्वागत किया जाएगा.ओवैसी दोपहर 12 बजे कोर ग्रुप के सदस्यों की मीटिंग लेंगे. वहां से वो सीकर के लिए रवाना हो जाएंगे. सीकर में वे रात साढ़े आठ बजे फतेहपुर, खिनवासर  और नवलगढ़ में जनसभा करेंगे. असदुद्दीन ओवैसी 15 सितंबर को लाडनूं में जनसभा करेंगे.


राजस्थान विधानसभा में मुसलमान


राजस्थान विधानसभा चुनाव में उतरने की घोषणा करने के बाद एआईएमआईएम का यह पहला सार्वजनिक कार्यक्रम होगा.राजस्थान में एआईएमआईएम की एंट्री से विधानसभा चुनाव में नए समीकरण देखने को मिल सकते हैं.एआईएमआईएम राजस्थान की करीब 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. ओवैसी की पार्टी उन सीटों पर तैयारी कर रही है, जहां मुसलमान वोट 30-40 फीसदी हैं. ओवैसी की पार्टी बीजेपी से ज्यादा कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ सकती है.इस समय राजस्थान में कुल आठ मुस्लिम विधायक हैं. ये सभी कांग्रेस के टिकट पर जीते हैं. 


मध्य प्रदेश के निकाय चुनाव में एआईएमआईएम ने सात सीटों पर ही जीत हासिल की थी,लेकिन कई सीटों पर कांग्रेस की हार का कारण बनी थी.राजस्‍थान में अगले साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं.


ये भी पढ़ें


Rajasthan: जूता फेंकने से शुरू हुआ विवाद गोलीकांड मामले तक पहुंचा, सोशल मीडिया पर भिड़े BJP-कांग्रेस नेता


Rajasthan: गौपालन मंत्री के घर गाय लेकर पहुंचे ABVP के कार्यकर्ता, लंपी वायरस को महामारी घोषित करने की मांग