PM Modi Chadar for Ajmer Sharif Dargah: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अजमेर शरीफ दरगाह को चादर भेंट की गई है. पीएम मोदी ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को चादर सौंप दी है. अब अल्पसंख्यक मंत्री पहले (3 जनवरी) निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर जाएंगे. भेंट की गई चादर को निजामुद्दीन औलिया में ले जाने के बाद अजमेर शरीफ दरगाह पर ले जाया जाएगा.
इसको लेकर अजमेर दरगाह प्रमुख नसरुद्दीन चिश्ती की भी प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री की चादर का हम खैर-मकदम करते हैं. ये देश की परंपरा रही है कि साल 1947 के बाद से जो भी पीएम हुए हैं, उन्होंने ख्वाजा गरीब नवाज के दरबार में अकीदत के तौर पर चादरें भेजी हैं. साल 2014 से पीएम मोदी भी इस परंपरा को निभा रहे हैं. इसी के साथ नरेंद्र मोदी हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता को भी निभा रहे हैं."
'देश की सभ्यता निभा रहे पीएम मोदी'- नसरुद्दीन चिश्ती
नसरुद्दीन चिश्ती ने कहा, "हमारी सभ्यता यह कहती है कि हर मजहब, धर्म और संप्रदाय और हर मजहब के संतों का सम्मान होना चाहिए. इस परंपरा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निभा रहे हैं और बहुत ही अदब के साथ वह इस दरबार में 10 साल से चादर भेज रहे हैं."
उन्होंने बताया, "जब मुख्तार अब्बास नकवी कैबिनेट में थे, तो एक बार मैं खुद भी चादर लेने के लिए गया था. इस बार प्रधानमंत्री ने अल्पसंख्यक मंत्री को जो चादर भेजी है वह चार जनवरी को दरबार में पहुंचेगी. हम तमाम लोग खुले दिल से इसका खैर-मकदम करेंगे, लेकिन यह चादर सौंपना खुले दिल से इतना महत्वपूर्ण इसलिए है, क्योंकि यह उन लोगों को करारा जवाब है जो जबरन धार्मिक उन्माद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं और 5-6 महीने से मंदिर-मस्जिद की राजनीति कर रहे हैं."
'देश को मंदिर-मस्जिद विवाद की जरूरत नहीं'
अजमेर दरगाह प्रमुख ने कहा, "देश की सरकार भारत की सभ्यता और संस्कृति को बनाए रखे है. कितनी अकीदत के साथ नरेंद्र मोदी अपना संदेश अजमेर दरगाह पर भेजेंगे. ये उन लोगों को करारा जवाब है कि हमें मंदिर-मस्जिद विवाद की जरूरत नहीं बल्कि इस देश को एकता और अखण्डता की जरूरत है. यह देश विश्वगुरु और तीसरी आर्थिक शक्ति बनने जा रहा है. जब तक यहां सबका सम्मान और सबका विकास होता रहेगा, तब तक देश आगे बढ़ता रहेगा."
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