Rajasthan News: उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर में मारे गए माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे असद अहमद (Asad Ahmed)  और उसके साथी गुड्डू बमबाज (Guddu Bambaz) अजमेर (Ajmer) में फरारी काट रहे थे यानी वे वहां छुपकर बैठे थे. बता दें कि अजमेर में हर दिन बड़ी संख्या में जायरीन दहगाह शरीफ (Dargah Sharif) पहुंचते हैं. दावा किया जाता है कि जायरीन के बीच में आपराधिक तत्व भी छिपे रहते हैं. यह पहला मामला नहीं है बल्कि पहले भी अपराधियों ने अजमेर में जायरीन के भेष में पनाह ले रखी थी.  


स्थानीय पुलिस ने भी अपराधियों के यहां छिपने का दावा किया  है. दरगाह थाना के पुलिस ने बताया कि जायरीन की भीड़ में आपराधिक तत्व भी रहते हैं. यूपी पुलिस  ने 15 दिन पहले भी इस इलाके में छानबीन की थी लेकिन तब उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी थी. बता दें कि असद और गुड्डू बमबाज उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी रहे हैं. 


26/11 हमले का वांछित ने भी यहां ली पनाह
यह पहली बार नहीं है जब किसी अपराधी ने जायरीन बनकर अजमेर में शरण ली हो. मुंबई हमले में वांछित चल रहे डेविड हेडली भी कई दिनों तक पहचान छिपा कर यहां रह रहा था. उसने यहां तक कि पुष्कर के मंदिर और दरगाह दोनों की रेकी कर रखी थी. सुरक्षा एजेंसी को चकमा देते हुए वह बिना सी-फॉर्म भरे ही पुष्कर के एक होटल में ठहरा हुआ था. 


गायक सिद्धू मूसेवाला का हत्यारा भी यहीं छिपा बैठा था
पंजाब के युवा गायक सिद्धू मूसेवाला का हत्यारा दीपक उर्फ टीनू भी पुलिस को चकमा देकर अजमेर में छिपा हुआ था. उसने अजमेर के बघेरा गांव में शरण ले रखी थी. पंजाब पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई. हालांकि दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने टीनू को इसी गांव से गिरफ्तार किया था. उसे रहने की जगह देने वाले मंसूर अली और कैलाश कुम्हार को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था. 


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