Rajasthan News: इंडियन माइनॉरिटीज फाउंडेशन (आईएमएफ) के प्रतिनिधियों ने देश में धार्मिक स्वतंत्रता के संबंध में तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के प्रयासों और भारत के प्रति पश्चिमी मीडिया और एजेंसियों द्वारा किये जा रहे झूठे प्रचार की कड़ी निंदा की. संगठन ने दोहराया कि भारत में अल्पसंख्यक भारत के पड़ोसी देशों में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदायों की तुलना में कहीं अधिक स्वतंत्र है और विकास कर रहे हैं. ख्वाजा हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती से आशीर्वाद लेने के लिए आईएमएफ प्रतिनिधियों द्वारा राजस्थान में दरगाह अजमेर शरीफ की यात्रा के दौरान विभिन्न धार्मिक अल्पसंख्यकों के प्रमुख नेताओं ने ये विचार व्यक्त किए.


आईएमएफ के संयोजक, सतनाम सिंह संधू, संस्थापक हिमानी सूद तथा अजमेर में दरगाह शरीफ के गद्दीनशीन और चिश्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष हाजी सैयद सलमान चिश्ती इस कार्यक्रम का हिस्सा थे. दरगाह अजमेर शरीफ भारत में न केवल मुसलमानों के लिए बल्कि अन्य धर्मों के लोगों के लिए भी सबसे सम्मानित एवं पवित्र स्थानों में से एक है. यात्रा का उद्देश्य विभिन्न समुदायों के सदस्यों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को बढ़ावा देना और एकता और आत्मीयता के बंधन को मजबूत करना था. जुम्मा मुबारक के मौके पर इंडियन माइनॉरिटीज फाउंडेशन के सर्व धर्म प्रतिनिमंडल ने 50 हजार लोगों के साथ 140 करोड़ भारतीयों की और से भारत में शांति एवं सद्भाव के लिए प्रार्थना की. प्रतिनिधियों ने दरगाह शरीफ में जुमे की नमाज में भाग लिया और 'चादर' भी चढ़ाई. इस दौरान सूफी महफिल का भी आयोजन किया गया, जिसमें आईएमएफ के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.


मौके पर ये लोग थे मौजूद
इस अवसर पर इंडियन माइनोरिटीज फाउंडेशन की सूफी इस्लामिक बोर्ड राष्ट्रीय के अध्यक्ष मंसूर खान, सूफी इस्लामिक बोर्ड के महासचिव दर्शन भगवान अहीर, सूफी फाउंडेशन, मुरादाबाद के अध्यक्ष कसीस वारसी, पंजाब और चंडीगढ़ ऑल चर्च काउंसिल के अध्यक्ष अनिल मसीह, बौद्ध भिक्षु सिमोन बरुआ बौद्ध भिक्षु देबोजीत रॉय बौद्ध भिक्षु अश्वघोष, जैन समुदाय से गोस्वामी सुशील, श्री विवेक मुनि जी तथा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के मुख्य सलाहकार सरदार परमजीत सिंह चंडोक ने इस कार्यक्रम में भाग लिया.


इस अवसर पर एक संयुक्त बयान में, आईएमएफ के प्रतिनिधियों ने पश्चिम में मीडिया और एजेंसियों द्वारा प्रचारित भारत के खिलाफ झूठे प्रचार की आलोचना की. पश्चिमी मीडिया के झूठे दावों को खारिज करते हुए, प्रतिनिधियों ने कहा कि भारत के खिलाफ फैलाई गई प्रेरित और पक्षपातपूर्ण जानकारी उनकी खुद की विश्वसनीयता पर सवाल उठाती है. उन्होंने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों को समान अवसर उपलब्ध है तथा वे लगातार विकास कर रहे है. भारतीय संविधान द्वारा प्रत्येक नागरिक को दी गई धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा पीएम मोदी द्वारा की जाती है. हम पीएम मोदी के साथ मिलकर भारत के विकास में योगदान देंगे.


हाजी सैयद सलमान चिश्ती, अध्यक्ष, चिश्ती फाउंडेशन, अजमेर में आईएमएफ प्रतिनिधिमंडल की दरगाह शरीफ की यात्रा के दौरान, पश्चिमी मीडिया द्वारा भारत के प्रति झूठे प्रचार पर खेद व्यक्त किये और कहा कि पश्चिमी मीडिया को अल्पसंख्यक मुद्दों पर भारत को निशाना बनाना बंद करना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय अल्पसंख्यक अपना और अपने अधिकारों का ध्यान रख सकते हैं. भारत में अल्पसंख्यक बेहद मजबूत और स्वतंत्र है. पश्चिमी देशों और मीडिया को भारतीय अल्पसंख्यकों को निशाना बनाना बंद कर देना चाहिए.


उन्होंने पिछले नौ वर्षों के दौरान पीएम मोदी द्वारा अल्पसंख्यक समुदायों के लिए की गई कल्याणकारी पहलों की भी सराहना की और इस तथ्य का समर्थन किया कि अल्पसंख्यक अब भारत में सुरक्षित महसूस करते हैं. "भारत हमारा देश है और नरेंद्र मोदी हमारे प्रधानमंत्री हैं. हम उनके नेतृत्व में सुरक्षित महसूस करते हैं. हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय में पीएम मोदी के पिछले 9 वर्षों के कार्यकाल के दौरान विकास की कई नई पहल की गई है, जिसकी वे दशकों से उम्मीद कर रहे थे.


आईएमएफ के संयोजक, सतनाम सिंह संधू ने कहा कि भारत के बारे में पश्चिमी मीडिया की त्रुटिपूर्ण समझ और देश को बदनाम करने के उनके निरंतर प्रयास की निंदा की "भारत सदियों से विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों की विविधता का केंद्र रहा है. भारत में हर धर्म का विकास हुआ है, यह उस विरासत का ही परिणाम है जिसने हमें हर धर्म और संस्कृति का सम्मान करना सिखाया है. भारत धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों को महत्व देता है.


'देश में अल्पसंख्यकों का जीवन बेहतर हो रहा है'
सतनाम सिंह संधू ने आगे कहा, 'पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में अल्पसंख्यकों का जीवन बेहतर हो रहा है. सभी समुदाय पीएम मोदी के नेतृत्व में प्रगति कर रहे हैं और अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर भारत के खिलाफ झूठे प्रचार को पक्षपाती पश्चिमी मीडिया द्वारा गलत प्रचारित किये जा रहा हैं. पिछले नौ वर्षों के दौरान मोदी सरकार द्वारा कई ऐतिहासिक निर्णय और पहल की गई, जिससे भारत का समग्र विकास संभव हुआ. पीएम मोदी हर अल्पसंख्यक समुदाय की आकांक्षाओं और जरूरतों को समझते हैं. अल्पसंख्यक अब भारत के शासन और विकास का समान हिस्सा हैं और वे बिना किसी भेदभाव के अपने अधिकारों का प्रयोग कर रहे हैं.


बौद्ध भिक्षु साइमन बरुआ ने प्रधानमंत्री मोदी को वैश्विक शांतिदूत कह कर सम्बोधित किया. उन्होंने कहा कि भारत ने दुनिया को सदैव शांति का संदेश दिया है. माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी ने अल्पसंख्यक समुदाय के लंबे समय से लटके हुए मुद्दों का सफलतापूर्वक समाधान किया है. जिससे उनका सर्वागीण विकास हुआ है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हमेशा सांप्रदायिक सद्भाव, प्रगति और विकास की न केवल बात की है बल्कि सभी का विकास सुनिश्चित भी किया हैं. हम अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर भारत के खिलाफ पश्चिमी मीडिया की झूठी कहानी की कड़ी निंदा करते हैं. उन्होंने कहा कि वे पश्चिमी मीडिया द्वारा भारत के विरुद्ध किये जा रहे झूठे प्रचार के पीछे के मंतव्य को समझ नहीं पा रहे हैं. हमें पश्चिमी देशों की निहित स्वार्थी एजेंसियां द्वारा अपने देश में विभिन्न समुदायों के बीच अशांति पैदा करने के प्रयास को रोकना होगा.


'असामाजिक तत्व सांप्रदायिक सद्भावना को भंग करना चाहते है'
पंजाब और चंडीगढ़ ऑल चर्च काउंसिल के अध्यक्ष अनिल मसीह ने पश्चिमी मीडिया और एजेंसियों द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों की निंदा करते हुए कहा कि दुनिया में अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर भारत को ऐसे देश के रूप में दिखाने की कोशिश की जा रही हैं जहां अल्पसंख्यकों को सताया जा रहा है जबकि भारत निश्चित रूप से उनमें से नहीं है. अल्पसंख्यकों को लेकर भारत के खिलाफ झूठे प्रचार को पश्चिमी मीडिया और पश्चिमी देशों द्वारा हवा दी जा रही है, जो बेहद निराशापूर्ण हैं. उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व हैं जो भारत में शांति और सांप्रदायिक सद्भावना को भंग करना चाहते हैं, लेकिन हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे.


भिक्षु अश्वघोष ने इस अवसर पर कहा कि महात्मा बुद्ध के शांति और प्रेम के संदेश को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया तक पहुंचाया है. उन्होंने सभी को शांति और सद्भाव का संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि हमें उस नफरत को दूर करना होगा जो हमारे बीच नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ स्वार्थी तत्व भारत को विभाजित करने के की कोशिश कर रहे हैं. भारत हमेशा पीड़ित और सताए गए लोगों का मददगार रहा है, तथा हमें भारत के नागरिक होने पर गर्व है, जिसने हमेशा एक विश्व, एक परिवार को महत्व दिया है. भारत के अल्पसंख्यक समुदाय की आकांक्षाओं को हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अच्छी तरह से समझते हैं. उन्होंने सभी के विकास और प्रगति में सुधार के लिए वे लगातार काम कर रहे हैं. एक अलग केंद्र शासित प्रदेश के रूप में लद्दाख के निर्माण जैसे लंबे समय से लंबित मुद्दों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सफलतापूर्वक हल किया गया है.


आचार्य सुशील मुनि मिशन के संस्थापक गोस्वामी सुशील ने कहा, "पश्चिमी मीडिया भारत में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का झूठा प्रचार कर रहा है क्योंकि वे भारत की आर्थिक प्रगति और बढ़ती ताकत को बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में अल्पसंख्यक समुदायों ने आत्मविश्वास और प्रगति का माहौल दिया गया है. जिस तरह भारत के सभी धार्मिक समुदायों ने आजादी की लड़ाई के दौरान  एकजुटता दिखाकर सफलता हासिल की, उसी तरह अब हमें पश्चिमी मीडिया के खिलाफ एक और लड़ाई लड़नी है जो झूठा भारत विरोधी प्रचार कर रही है. भारत दुनिया में शांति का प्रतीक है, और अगर कोई हमारे देश को विभाजित करने की कोशिश करता है, तो सभी भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय मिलकर उसे सफल नहीं होने देंगे."


सूफी इस्लामिक बोर्ड के अध्यक्ष मंसूर खान ने कहा कि पश्चिमी देश और पश्चिमी मीडिया पहले अपने-अपने देशों में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों (हेट क्राइम) पर विचार करें और फिर वे भारत को नसीहत दें. उन्होने कहा कि पश्चिमी मीडिया, भारत के खिलाफ पक्षपाती रवैया अपना रहा है व अल्पसंख्यकों को लेकर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा है. लेकिन मेरा मानना है कि उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों को पूरी


धार्मिक स्वतंत्रता हैं तथा मोदी सरकार द्वारा उनके सम्पूर्ण विकास का पूरा ध्यान रखा जाता है. लेकिन विश्व में ऐसे अनेक मुल्क हैं जहाँ पर अल्पसंख्यकों पर असंख्य अत्याचार हो रहे है, लेकिन पश्चिमी मीडिया उन्हें नज़रअंदाज़ करते हुए बस भारत की छवि खराब करने में लगा हुआ है. मंसूर खान ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अल्पसंख्यकों के लंबित मुद्दों का समाधान किया है.


'भारत की वास्तविक छवि के विपरीत प्रचार कर रहे है'
देबोजीत रॉय ने विभिन्न समुदाय के बीच कि एकता पर जोर देते हुए कहा कि भारत में धर्मनिरपेक्षता के ताने-बाने को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मजबूत किया गया है. उन्होंने बिना किसी धार्मिक भेदभाव के हर भारतीय के विकास के लिए महत्वपूर्ण काम किये है. पश्चिमी मीडिया भारत की गलत छवि पेश करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन तथ्य यह है कि यह उनकी पक्षपाती मानसिकता है. उनके तथ्य वास्तविकता के बिल्कुल उलट हैं. पूरी दुनिया वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए भारत की ओर देख रही है लेकिन पश्चिमी देशों में कुछ ऐसे तत्व हैं जो भारत को एक उभरती हुई वैश्विक शक्ति के रूप में नहीं देख सकते हैं. वे भारत की वास्तविक छवि के विपरीत प्रचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सबसे पहले राष्ट्र हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति रही है. यही वजह है कि उनके नेतृत्व में भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. पश्चिमी मीडिया उस नई वास्तविकता को स्वीकार नहीं कर पा रही है जिसमें भारत एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभरा है.


'भारत अल्पसंख्यकों के लिए सबसे सुरक्षित देश है'
जैन समुदाय के प्रतिनिधि श्री विवेक मुनि जी ने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के परिणामस्वरूप, उनकी जनसंख्या साल दर साल कम होती जा रही है. लेकिन भारत में अल्पसंख्यकों का पूरा ख्याल रखा जाता है, इसलिए वे विकास की राह पर लगातार आगे बढ़ रहे हैं. भारत का संविधान सभी धर्मों और समुदायों के लोगों को समानता का अधिकार देता है.  सूफी फाउंडेशन, मुरादाबाद के अध्यक्ष कसीस वारसी ने कहा कि पश्चिमी मीडिया और एजेंसियों द्वारा भारत की छवि को धूमिल करने का लगातार प्रयास हो रहा है. जिसका हम पुरजोर विरोध करते है तथा ऐसी अफवाहों का खंडन करते है. उन्होंने कहा कि भारत अल्पसंख्यकों के लिए सबसे सुरक्षित देश है तथा माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में अल्पसंख्यक समुदाय देश के विकास में भरपूर योगदान दे रहा है. 


इस अवसर पर बात करते हुए सूफी इस्लामिक बोर्ड के महासचिव, दर्शन भगवान अहीर ने मोदी सरकार की नीतियों की प्रशंसा करते हुए कहा, पिछले 9 वर्षों के दौरान मोदी सरकार द्वारा उन्हें दिए गए भरपूर अवसरों के परिणामस्वरूप भारत के अल्पसंख्यकों का विकास हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण के लिए एक अनोखा विकास मॉडल तैयार किया है. जिसके चलते 2014 के बाद से भारत में अल्पसंख्यकों का समावेशी विकास बड़ी तेजी से हो रहा है. इसके साथ ही उन्होंने भारत की जनता से आग्रह किया कि वे पश्चिमी देशों द्वारा अपनाई जा रही फूट डालो और राज करो की नीति को नाकाम करने में सहयोग करें.


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