Rajasthan Government News: राजस्थान में चुनाव नजदीक है इसलिए राज्य सरकार जनता पर दोनों हाथ खोलकर धन की वर्षा कर रही है. चाहे परियोजना का शिलान्यास हो या फिर सब्सिडी, हर तरफ छूट दी जा रही है. इसी क्रम में अब राजस्थान के अजमेर बिजली वितरण निगम ने 318 करोड़ रुपए के बिजकी बिल माफ कर दिए हैं. इसमें करीब 4 लाख किसानों के बिजली बिल शून्य आए हैं. यह मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना के तहत अक्टूबर और नवंबर माह की बिलिंग में छूट दी गई है. हालांकि यह बात भी है कि किसानों को बिजली समय पर नहीं मिल रही है, जिससे उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारी
डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक एनएस निर्वाण ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले साल किसान मित्र ऊर्जा योजना की शुरूआत की थी. योजना के तहत सामान्य श्रेणी ग्रामीण मीटर्ड और फ्लैट रेट कृषि उपभोक्ताओं को कृषि बिजली बिल में एक हजार रुपए प्रतिमाह और अधिकतम 12 हजार रुपए प्रतिवर्ष का अतिरिक्त अनुदान राज्य सरकार द्वारा दिया जा रहा है.
इस योजना के तहत अजमेर डिस्कॉम के क्षेत्रधीन किसानों को इस वित्तीय वर्ष में अभी तक 318.87 करोड़ रुपयों का अनुदान राज्य सरकार द्वारा दिया गया है. निर्वाण ने बताया कि 4.86 लाख किसान अक्टूबर और नवंबर माह के दौरान लाभान्वित हुए हैं. डिस्कॉम क्षेत्र के 3.97 लाख किसानों के बिजली के बिल शून्य आए हैं.
निर्वाण ने बताया कि मुख्यमंत्री किसान मित्र ऊर्जा योजना के तहत सामान्य श्रेणी ग्रामीण ब्लॉक ओवर सप्लाई के मीटर्ड और फ्लैट रेट श्रेणी कृषि उपभोक्ताओं को वर्तमान में 1 हजार प्रतिमाह अनुदान दिया जा रहा है. यहा टैरिफ अनुदान के अतिरिक्त अधिकतम 12 हजार रुपए प्रतिवर्ष बिजली विपत्र में समायोजन के माध्यम से दिया जा रहा है.
फिर भी किसान परेशान
किसान बताते हैं कि अजमेर बिजली वितरण निगम की तरफ से किसानों को खेती के लिए रोजाना 6 घंटे बिजली देने का नियम बनाया हुआ है. जिसमें सभी जगह अलग-अलग समय दिया गया है. अब समस्या यह आ रही है कि 6 घंटे की जगह कहीं 3 तो कही 4 घंटे ही बिजली दी जा रही है. ऐसे में होता यह है कि एक बार मोटर चलाई जाती है तो पूरा खेत की पिलाई करनी होती है. 1 घंटे लाइट चलने के बाद बिजली गुल हो जाती है.
इससे एक या दो क्यारी ही पानी पी पाती है. फिर से लाइट आती है तो उसी क्यारी में पानी छोड़नी पड़ता है, क्योंकि पानी पी चुकी होती है और अगली क्यारी में बाद में पानी पहुंचता है. इस समय पानी की भी कमी है, जिससे ट्यूबवेल कम पानी देने लगती है. सब्सिडी मिलने से आर्थिक सहायता तो मिल रही है, लेकिन बिजली समय पर नहीं देने से समस्या आ रही है.
अभी तक जिला सर्कल को इतना अनुदान मिला
- अजमेर शहर सर्किल- 6.65 करोड़
- अजमेर जिला सर्किल- 7.63 करोड़
- भीलवाड़ा सर्किल- 30.85 करोड़
- उदयपुर सर्किल- 24.76 करोड़
- राजसमंद सर्किल- 6.45 करोड़
- चितौड़गढ़ सर्किल- 51.99 करोड़
- प्रतापगढ़ सर्किल- 24.48 करोड़
- बांसवाड़ा सर्किल- 12.45 करोड़
- डूंगरपुर सर्किल- 16.34 करोड़
- झुंझुंनू सर्किल- 47.55 करोड़
- सीकर सर्किल- 56.34 करोड़
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