Ajmer News: उदयपुर में हुई हत्या की वारदात और दरगाह खादिम सलमान चिश्ती के बयान बाद अजमेर प्रशासन हाई अलर्ट है. आने वाले त्योहारों को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुश्तैद और चाक-चौबंद हो गया है. सभी धर्मों के त्योहार शांतिपूर्ण संपन्न हों, इसके लिए सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं.


'भाईचारे को दें बढ़ावा'
सावन और ईद से ठीक पहले अजमेर प्रशासन ने जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक आयोजित की. इसमें सभी धर्म-संप्रदाय और समाज के प्रबुद्ध लोगों ने भाग लिया. बैठक में संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा ने आगामी त्यौहारों की सीजन में आपसी प्रेम और भाईचारे को बढ़ावा देने पर बल दिया. उन्होनें कहा कि भारतीय संस्कृति आपसी प्रेम की संस्कृति है. किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान ना देकर एक-दूसरे के साथ भाईचारे को बढ़ावा दें. वर्तमान माहौल को देखते हुए समाज और परिवार में अतिरिक्त सतर्कता जरूरी है. उन्होनें प्रशासन और पुलिस से भी कहा कि समाज के साथ समन्वय बनाए रखें. इसके साथ ही माहौल बिगाड़ने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाए.


'सतर्कता बरतने की जरूरत'
संभागीय आयुक्त ने कहा कि आगामी दिनों में ईद, सावन, कावड़ यात्रा, जगन्नाथ यात्रा, चातुर्मास, रक्षाबंधन एवं जन्माष्टमी आदि धार्मिक पर्व और आयोजन होने हैं. ऐसे में साम्प्रदायिक और धार्मिक माहौल को लेकर अतिरिक्त सर्तकता बरतने की जरूरत है. भारतीय संस्कृति आपसी प्रेम, भाईचारे, सौहार्द और सर्वधर्म समभाव की संस्कृति रही है. इस संस्कृति को और बढ़ावा दें. समाज में माहौल  खराब करने वालों पर विशेष नजर रखे जाने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि अजमेर तीर्थगुरू पुष्कर और ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह की गंगा-जमुनी संस्कृति वाला शहर है. ऐसे में आपसी सद्भाव को सबसे ऊपर रखना होगा. उन्होंने विभिन्न विभागों को निर्देश दिए कि आगामी त्योहारों के सीजन में पानी, बिजली व सड़क सहित विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति समय पर करें. बुजुर्ग और युवा पीढ़ी के सम्पर्क में रहकर उनसे संवाद कायम रखें.


धार्मिक आयोजनों के लिए लेनी होगी इजाजत
जिला कलेक्टर अंशदीप ने कहा कि आने वाले त्योहारों के दिनों में शांति व कानून व्यवस्था और आपसी सौहार्द बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस की टीम पूरी सक्रियता से काम कर रही है. धार्मिक आयोजनों में जुलूस आदि के लिए पूर्व अनुमति लेना आवश्यक है. समाज के सभी वर्ग मिलजुल कर त्योहार मनाएं. पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट ने भी पुलिस स्तर पर की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी दी. बैठक में विभिन्न धर्म व समाजों के व्यक्तियों ने व्यवस्थाओं और सौहार्द को लेकर सुझाव दिए. अधिकारियों ने इन सुझावों पर अमल करने का भरोसा दिया.


सभी धर्मों के लोग हुए शामिल
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर भावना गर्ग, मंजू बलाई, पप्पू काठात, दिनेश शर्मा, बाबर खान, राधाकिशन आहूजा, सैयद मनवर चिश्ती, अमरूद्दीन खान, बन्नालाल गुर्जर, राजाराम अग्रवाल, शब्बीर हुसैन, कैलाशचंद मालीवाल, मोहम्मद अली बोहरा, भागचंद चौपड़ा, मोहम्मद अजीम, कमल गंगवाल, शकील अब्बासी, विष्णु मंगल, राजेंद्र वर्मा, अब्दुल नईम खान, सरवर सिद्दीकी, सनीफ अली, प्रताप सिंह यादव सहित कई लोग और अधिकारी उपस्थित रहे.


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