Rajasthan: एमडीएस यूनिवर्सिटी में पहुंचे राज्यपाल कलराज मिश्र, नई शिक्षा नीति को लेकर कही ये बड़ी बात
Ajmer: राज्यपाल ने कहा, नई शिक्षा नीति (New Education Policy) ऐसे आकांक्षी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने वाली है जिसमें बड़ी संख्या में छात्र आर्थिक, सामाजिक, जाति बाधाओं का सामना कर रहे हैं.
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Rajasthan News: राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्र (Kalraj Mishra) एक दिवसीय प्रवास पर अजमेर (Ajmer) पहुंचे. यहां उन्होंने महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (MDS University) में आयोजित दशम दीक्षांत समारोह में अध्यक्षता की. दीक्षांत समारोह में 179 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किए. उन्होंने अपाला छात्रावास और आधुनिक सुविधाओं युक्त स्वराज सभागार का लोकार्पण किया. कुलपति प्रोफेसर अनिल शुक्ल ने विश्वविद्यालय का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया.
समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल मिश्र ने कहा कि नई शिक्षा नीति प्राचीन ज्ञान के आलोक में समाज को एक नई दिशा प्रदान करेगी. इससे विद्यार्थी हमारी संस्कृति के जीवन मूल्यों से जुड़े रहते हुए आधुनिक विकास की ओर अग्रसर हो सकेंगे. नई शिक्षा नीति के तहत भारतीय विश्वविद्यालयों को वैश्विक रैंकिंग में स्थान दिलाने के लिए काम किया जाएं ताकि वह रोजगार मांगने के बजाए देने की सोच विकसित करें.
पाठ्यक्रम में आदिवासी और स्वदेशी ज्ञान
राज्यपाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में ऐसे अनुसंधान और शिक्षण से जुड़े विश्वविद्यालयों की स्थापना पर जोर दिया गया है, जिससे विद्यार्थी नवाचार एवं नए विषयों के अन्वेषण के लिए प्रेरित हो सकें. इसमें आदिवासी और स्वदेशी ज्ञान सहित भारतीय ज्ञान प्रणालियों को सटीक और वैज्ञानिक तरीके से पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने पर भी बल दिया है.
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति ऐसे आकांक्षी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने वाली है जिसमें बड़ी संख्या में छात्र आर्थिक, सामाजिक या जाति बाधाओं का सामना कर रहे हैं. इस शिक्षा नीति के तहत ऐसे जिलों को ‘विशेष शैक्षिक क्षेत्र’ के रूप में नामित कर उनके विकास की बात कही है. उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में सकल नामांकन अनुपात (जी.ई.आर ) केवल 27.1 प्रतिशत है, जो विश्व की तुलना में बहुत कम है. हमें इस अनुपात को बढ़ाने के लिए योजनाबद्ध रूप से लगातार काम करना होगा.
गुणवत्ता में सुधार के साथ हो नामांकन वृद्धि
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय ऐसे पाठ्यक्रम और नवाचार करें जिनसे उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के साथ ही नामांकन वृद्धि हो. विश्वविद्यालय भी स्थानीय उद्योगों से समन्वय स्थापित कर ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम और उद्यमिता के नवाचारों को बढ़ावा दें जिससे भविष्य में विद्यार्थियों के कौशल का देश के विकास में अधिकाधिक उपयोग हो सकें.
शैक्षणिक विकास में विश्वविद्यालयों की भूमिका अहम
उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र सिंह यादव (Rajendra Singh Yadav) ने कहा कि राजस्थान के शैक्षणिक विकास में विश्वविद्यालयों की अहम भूमिका है. युवा अपने ज्ञान को गहरा एवं व्यापक बनाएं, इसमें प्राचीनता और नवीनता का समावेश हो. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान सरकार ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया है. समारोह में राज्यपाल के अजमेर आगमन पर सांसद भागीरथ चौधरी, पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत, संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा, जिला कलेक्टर अंशदीप, एसपी चूनाराम जाट ने स्वागत किया.
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