Ajmer Urs 2023: उर्स मेले में होंगे कड़े सुरक्षा बंदोबस्त, हर गतिविधि पर रहेगी नजर, बैठक में हुआ ये फैसला
Ajmer Dargah Urs: संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा ने कहा कि दरगाह क्षेत्र में स्थापित सभी कैमरे कार्यशील रहने चाहिए. सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया जाएगा.
Urs in Ajmer Sharif Dargah: राजस्थान (Rajasthan) के अजमेर में गरीब नवाज हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह (Khwaja Moinuddin Hasan Chishti Dargah) में 811 वें उर्स की तैयारियां शुरू हो गईं हैं. अजमेर (Ajmer) में स्थित विश्व प्रसिद्ध दरगाह में आगामी 22 जनवरी से उर्स की शुरूआत होगी.
उर्स में दरगाह शरीफ (Dargah Sharif Ajmer) आने वाले जायरीनों के लिए जिला प्रशासन और दरगाह कमेटी मेंबर सभी इंतजाम करने में जुटे हैं. तैयारियों को लेकर संभागीय आयुक्त बी.एल. मेहरा की अध्यक्षता में प्रशासनिक अधिकारियों व मेला कमेटी सदस्यों की बैठक हुई. उर्स में 2 से 3 लाख जायरीन और 4 हजार से ज्यादा वाहन आने की उम्मीद जताई जा रही है. सुरक्षा के लिए 2 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे.
सभी सरकारी विभाग अलर्ट
संभागीय आयुक्त मेहरा ने कहा कि ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का सालाना 811वां उर्स जनवरी माह में आयोजित होगा. जायरीनों की अतिरिक्त संख्या को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिक तरीके से भीड़ प्रबंधन की आवश्यकता है. पुलिस महानिरीक्षक रूपिन्दर सिंघ ने आरक्षित पुलिस जाप्ते के तत्काल घटना स्थल तक पहुंचाने की योजना सुनिश्चित करने के लिए अलग-अलग स्थानों पर रिजर्व जाप्ता तैनात करने के निर्देश दिए. जिला कलक्टर अंश दीप ने उर्स मेले की तैयारियों से अवगत कराया.
दरगाह कमेटी, नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, रोडवेज, विद्युत विभाग, परिवहन विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, रसद विभाग, पुलिस विभाग, रेलवे और अजमेर डेयरी सहित समस्त विभागों को हर साल के मुकाबले अधिक तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए. विभागीय अधिकारियों ने पूर्व में सौंपे गए कार्यों की प्रगति से अवगत कराया. विभाग समस्त कार्य 30 दिसंबर तक पूर्ण करेंगे. तात्कालिक आवश्यकताओं के आधार पर किए जाने वाले कार्य 10 जनवरी तक अंतिम स्थिति में पूर्ण हो जाएंगे. इन कार्यों का जिला प्रशासन मौका निरीक्षण करेगा.
सुरक्षा के लिए यह खास इंतजाम
संभागीय आयुक्त मेहरा ने कहा कि उर्स मेला अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान रखता है. ऐसे में सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता है. दरगाह क्षेत्र में स्थापित समस्त कैमरे कार्यशील रहने चाहिए. उनका समस्त डेटा रिकॉर्ड होने के साथ-साथ आवश्यकता अनुसार स्थानीय पुलिस थाने और अभय कमांड सेंटर को साझा किया जाना आवश्यक है. सुरक्षा के लिए अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया जाएगा. असामाजिक गतिविधियों में लिप्त व्यक्तियों को कमरा नहीं देने के लिए होटल मालिकों को पाबंद किया जाएगा. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मदार रेलवे स्टेशन पर भी डिस्पेंसरी लगाई जाएगी. दरगाह क्षेत्र में सड़क को क्रॉस करते हुए रास्ते के ऊपर किसी प्रकार के बड़े बैनर एवं हॉर्डिंग लगाने पर पाबंदी रहेगी. दरगाह क्षेत्र में समस्त केबिल तार सुव्यवस्थित होने चाहिए. लटकते और ढीले तारों को ऊंचाई पर बांधने का कार्य निर्धारित समय सीमा में किया जाए.
आवागमन के लिए साधन सुगम
संभागीय आयुक्त ने कहा कि उर्स के दौरान भारतीय रेल विभाग विशेष ट्रेनों का संचालन करेगा. ये ट्रेनें मदार एवं दौराई रेलवे स्टेशनों पर रूकेंगी. इन दोनों रेलवे स्टेशन से विश्राम स्थली तक के लिए पर्याप्त आवागमन के साधन उपलब्ध रहेंगे. रोडवेज की बसें रेल के निर्धारित समय से 30 मिनट पूर्व ही स्टेशन के बाहर लगाई जाएंगी. इनका जायरीन सुविधानुसार उपयोग कर सकेंगे. कायड़ विश्राम स्थली में जायरीन को भोजन बनाने के लिए प्राकृतिक गैस के स्टॉल उपलब्ध कराए जाएंगे. इसके लिए 5 स्थान निर्धारित किए जाएंगे. इंदिरा रसोई के विस्तार काउंटर भी आवश्यकतानुसार लगाए जाएंगे.
यह अधिकारी रहे मौजूद
उर्स मेले की समीक्षा बैठक में पुलिस महानिरीक्षक रूपिन्दर सिंह, पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट, अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त अक्षय गोदारा, एडीएम भावना गर्ग, दरगाह कमेटी के सहायक नाजीम मोहम्मद आदिल, अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद सरवर चिश्ती, अंजुमन यादगार सचिव जहिदुल हक चिश्ती समेत कई अधिकारी और आयोजन से जुड़ी संस्थाओं के पदाधिकारी मौजूद रहे.