'अजमेर शरीफ दरगाह पर नहीं लागू होता वर्शिप एक्ट, सर्वे कराने का...', हिंदू सेना के विष्णु गुप्ता को बड़ा दावा, सबूत देने को भी तैयार
Ajmer Sharif Dargah: अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा किया गया था. इस संबंध में अजमेर सिविल कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली थी.
Ajmer Sharif Dargah News: राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह में हिंदू शिव मंदिर होने के दावे के मामले में शुक्रवार (20 दिसंबर) को स्थानीय अदालत में सुनवाई होगी. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने आईएएनएस से बातचीत के दौरान कहा कि हम कोर्ट में होने वाली सुनवाई में अपना पक्ष रखेंगे और दरगाह कमेटी, केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय और पुरातत्व विभाग की ओर से पेश किए गए जवाबों का तथ्यों के आधार पर जवाब देंगे. साथ ही कोर्ट से दरगाह का सर्वेक्षण करवाने का अनुरोध करेंगे.
उन्होंने कहा कि अजमेर दरगाह पर वर्शिप एक्ट लागू नहीं होता. अगर प्रतिवादी कोर्ट में 1991 के वर्शिप एक्ट का हवाला देते हैं तो वह कानून के आधार पर कोर्ट को समझाएंगे. दरगाह में मंदिर होने के दावे को लेकर वह पहले ही कोर्ट में अहम दस्तावेज पेश कर चुके हैं और वह न्यायालय से कल होने वाली सुनवाई में सर्वे की मांग रखेंगे. अदालत अगर हम लोगों से सबूत मांगती है तो हम सबूत देंगे.
संकट मोचन महादेव मंदिर होने का किया गया है दावा
उल्लेखनीय है कि 27 नवंबर को अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा किया गया था. इस संबंध में अजमेर सिविल कोर्ट ने याचिका स्वीकार कर ली थी. इस याचिका के आधार पर कोर्ट ने सुनवाई के लिए 20 दिसंबर का समय दिया था. कोर्ट ने इस मामले में केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय, दरगाह कमेटी और एएसआई को नोटिस भेजा था.
मुस्लिम पक्षों का क्या है कहना?
बता दें कि दरगाह में सर्वे को लेकर हिंदू पक्ष का मानना है कि कानून की निगरानी में सर्वे होना चाहिए. वहीं, मुस्लिम पक्ष इसके खिलाफ है. हिंदू पक्ष का कहना है कि अगर अदालत फैसला देती है तो सर्वे होना चाहिए. किसी को इससे परेशानी नहीं होनी चाहिए. मुस्लिम पक्ष का कहना है कि अजमेर की दरगाह से हिंदुओं की आस्था भी है. हर साल यहां पर पीएम मोदी चादर भेंट करते हैं.
मुस्लिम पक्ष का कहना है कि मुसलमानों से ज्यादा यहां पर हिंदू आते हैं. लेकिन, इस तरह से अगर सर्वे होने लगेगा तो कल यह दिल्ली की जामा मस्जिद में सर्वे की मांग करेंगे कल किसी और दरगाह पर करेंगे. यह हिंदू और मुसलमानों के आपसी भाईचारे को कमजोर करेगा.