Child Marriages in Ajmer: 3 मई को आखा तीज के मौके पर अजमेर (Ajmer) में हुए बाल विवाह (Child Marriage) इस समय प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बने हुए हैं. दरअसल इस संबंध में वीडियो सामने आने के बाद चारों तरफ हड़कंप मच गया जिसके बाद विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से बाल कल्याण के लिए काम करने वाली 17 एजेंसियों को तलब किया गया है
5 जोड़ों का हुआ था बाल विवाह, मुकदमा सिर्फ एक के खिलाफ
बता दें कि आखातीज के मौके पर अजमेर के खोड़ा गणेश मंदिर में 5 जोड़ों का बाल विवाह करवाया गया था. उसका वीडियो सामने आने के बाद पुलिस महकमा एक्टिव मोड पर आ चुका है. पुष्कर थाना एएसआई देवकरण ने बताया कि बीट कांस्टेबल विजय सिंह की रिपोर्ट पर पुष्कर थाने में देव नगर निवासी रामदेव गुर्जर और पीसांगन तहसील के अमृतपुरा गांव निवासी प्रहलाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है .रामदेव गुर्जर ने आखा तीज के दिन अपने नाबालिग बेटे का विवाह प्रहलाद की नाबालिग बेटी के साथ करवाया था.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने किया 17 एजेंसियों को तलब
वहीं बाल विवाह के मुद्दे पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव रामपाल जाट ने कहा कि इस मुद्दे पर जांच के लिए प्राधिकरण द्वारा बाल कल्याण और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम करने वाली 17 एजेंसियों को बुलाकर मीटिंग ली गई है. इसमें बाल विवाह को लेकर सभी डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर को पाबंद किया गया है. बाल विवाह करना और करवाना दोनों कानूनन जुर्म है ऐसे में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से निर्देश जारी किए गए हैं कि पांचो बाल विवाह में शामिल नाबालिग जोड़ो की तस्वीरों का मिलान मंदिर के सीसीटीवी कैमरा फुटेज से किया जाए ताकि इस बात की तस्दीक की जा सके कि इन जोड़ों का बाल विवाह करवाया गया है.
नाबालिग बच्चों की परिजनों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही होगी
उन्होंने कहा कि मंदिर के सीसीटीवी कैमरा फुटेज से नाबालिग बच्चों की तस्वीरें मिलान होने के बाद उनके परिजनों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाएगी. जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की तरफ से पुलिस महकमे को अब और ज्यादा अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया गया है. वही प्राधिकरण के सचिव रामपाल ने बीट कांस्टेबल विजय सिंह की भी प्रशंसा की जिन्होंने नाबालिग जोड़ों का विवाह कराने वाले उनके परिजनों के खिलाफ पुष्कर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है.
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