Albert Hall Museum: राजस्थान की राजधानी जयपुर में अल्बर्ट हॉल के सामने नए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और दो उपमुख्यमंत्री शपथ लेंगे. इसके लिए पूरी तैयारी हो चुकी है. मगर, इस बार की कुछ खास है, क्योंकि यहां पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी आ रहे हैं. प्रदेश के डेढ़ लाख लोगों से अधिक के लिए यहां पर व्यवस्था की गई है. बीजेपी यहां से एक बड़ा संदेश देने की तैयारी है.
ऐसे में यह जान लेना बहुत जरूरी है कि आखिर इस अल्बर्ट हॉल म्यूजियम को किसने और क्यों बनवाया था. यहां की एक अलग और रोचक कहानी है. मगर, अब यहां पर मुख्यमंत्री को शपथ दिलाई जा रही है. साल 2018 में अशोक गहलोत और सचिन पायलट को मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पद की शपथ यहीं दिलाई गई थी. अल्बर्ट हॉल जयपुर के रामनिवास बाग में अजमेरी गेट के पास स्थित है. शाम होते ही इस म्यूजियम की लाइट कई रंग में जगमग होती हैं और एक अलग छटा बिखेरती हैं.
क्या है अल्बर्ट हॉल की कहानी?
जयपुर के वरिष्ठ पत्रकार और रियासतों के पुराने जानकार जितेंद्र सिंह शेखावत का कहना है कि अल्बर्ट हॉल बनाने के पीछे एक बड़ी घटना है. 1876 में ढूंढाड़ रियासत में उस समय आकाल पड़ा था. लोगों को रोजगार और आनाज देने के लिए अल्बर्ट हॉल का काम शुरू किया गया था. जिसमें बाद में माधो सिंह के समय पर जयपुर का पुराना संग्रालय जो कि तालकटोरा के पास बादल महल में था, उसे पहले किशनपोल बाजार में पंडित शिवदीन जी की हवेली में शिफ्ट किया था. उसके बाद अल्बर्ट हॉल बन जाने के बाद उस संग्रालय को इसमें शिफ्ट कर दिया गया था. यहां पर एक बार इंदिरा गांधी ने जनसभा की थी. यहां पर कई ऐसी बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं.
धीरे-धीरे बदलता गया समय
राजस्थान के वरिष्ठ पत्रकार नारायण बारेठ का कहना है कि लोकतंत्र की तरक्की के साथ में हसरतें भी उछाले मारती हैं. अब समारोह बड़े स्तर पर होने लगे हैं. हर सत्तारूढ़ पार्टी सत्ता में आने के बाद चाहती है आवाम उसमें भागीदार बने और मुख्यमंत्री से लोग जुड़ें. इसीलिए एक बड़े कार्यक्रम को आयोजित किया जाने लगा है.