Rajasthan News: धरती पर भगवान का दूसरा रूप कहे जाने वाले डॉक्टर्स ही हैं.मरीज ठीक होता है तो डॉक्टर्स को भी सकुन मिलता है. वहीं मरीज डॉक्टर को भगवान का दर्जा देता है.कई ऐसे डॉक्टर्स ने अपने काम की बदौलत देश ही नहीं विदेशों में नाम कमाया है. इन डॉक्टर्स का दूसरा पहलू भी है. कई जाने माने डॉक्टर्स अपने प्रोफेशन के साथ-साथ दूसरे कई हुनर में भी महारत रखते हैं. किसी डॉक्टर के गीत-संगीत का जादू चलता है तो किसी का अभिनय रोमांचित कर देता है. वहीं कोई डॉक्टर पर्यावरण संरक्षण के काम में लगे हैं तो कोई लिखने का शौक रखता है. ऐसे कई हुनर के डॉक्टर्स कोटा में देखने को मिलेंगे. इसमें अहम नाम है डॉक्टर सविता खंडेलिया का जिनके गानों को लाखों लोग सुनते हैं. वैसे वह गायनीकोलॉजिस्ट हैं. वह अच्छी डॉक्टर के साथ राजस्थान में अच्छी सिंगर के रूप में भी जानी जाती हैं. वह नियमित अस्पताल के बाद दो घंटे रियाज करती हैं. इसके साथ ही सोशल वर्क और अपने गीत के माध्यम से स्टूडेट के सुसाइड को रोकने का भी प्रयास कर रही हैं.


सुसाइड पर बनाया गाना 


डॉ. सविता खंडेलिया ने बताया कि उन्होंने कई गाने और भजन लिखें हैं, जिन्हें बेहद पसंद किया गया. वह आठ साल से लगातार संगीत की दुनिया में आगे बढती जा रही हैं. उन्होंने कोटा में कोचिंग स्टूडेंट के सुसाइड पर भी गीत लिखा और गाया भी है. उन्होंने जिंदगी की असफलता के बाद ऊंचाइयों को छूने के लिए मोटिवेट किया. उन्होंने गाया 'देखे जो तूने ख्वाब नए,मेहनत के उसको पंख दे, लक्ष्य तेरा है उसे पा ही ले'. इसके साथ ही 'चलो -चलो मतदान करें' समेत कई भजनों को भी डॉ. खंडेलिया ने गाया है. वह कई मंचों से सम्मानित हो चुकी हैं. नॉर्थ इंडिया की प्रतियोगिताओं तक उनके गीतों की धूम है, आवाज का जादू है.


इनके अलावा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल रहे डॉ. विजय सरदाना, डॉ. गिरीश वर्मा भी अपनी आवाज के लिए भी जाने जाते हैं. उनके यूट्यूब पर लाखों फोलोअर्स हैं. 


11 साल से पौधे लगाने वाला डॉक्टर  
कोटा के जाने माने नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुधीर गुप्ता करीब 11 साल से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रहे हैं. वह हर रविवार को अपनी टीम के साथ चम्बल की सफाई के लिए निकलते हैं. वहां पौधे लगाते हैं साथ ही लोगों को जागरूक भी करते हैं. उनका ये क्रम लगातार 11 साल से चला आ रहा है. डॉ.गुप्ता अपने जीवन का आधा समय पर्यावरण संरक्षण को देते हैं.वहीं मेडिकल कॉलेज कोटा के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग में प्रोफेसर डॉ. अशोक मूंदडा कई बार साइकिल से अस्पताल आते हैं.वह नियमित दो घंटे साइकिल चलाते हैं.दूसरों को भी साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करते हैं ताकी पर्यावरण को बचाया जा सके और स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा सके. 


मैराथन दौड़ने वाला डॉक्टर
मेडिकल कॉलेज की प्रिंसीपल डॉक्टर संगीता सक्सेना आर्ट ऑफ लिविंग के माध्यम से जीवन जीने की कला सिखा रही हैं. वहीं डॉक्टर सुधीर गुप्ता मंदिरों में फ्री सेवा के रूप में मरीजों को देखते हैं. डॉक्टर राजीव देश-दुनिया में मैराथन धावक के रूप में जाने जाते हैं. डॉक्टर साकेत गोयल राजस्थान की सबसे बडी वॉको रन के लिए देश दुनिया में जाने जाते हैं.इनके अलावा भी ऐसे कई चिकित्सक हैं जो अपने चिकित्सकीय पेशे के साथ दूसरे कामों की वजह से अपनी पहचान बना चुके हैं.


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