App Guru Imran Khan: अलवर के एप गुरु इमरान खान एक बार फिर चर्चा में हैं. उनका चयन 'फुलब्राइट डिस्टिंग्विश अवार्ड इन टीचिंग प्रोग्राम फॉर इंटरनेशनल टीचर्स फैलोशिप' के लिए हुआ है. अंतरराष्ट्रीय शिक्षक फैलोशिप के तहत इमरान अगस्त से दिसंबर 2023 तक अमेरिकी विश्वविद्यालय में शिक्षण से संबंधित प्रोजेक्ट पर काम करेंगे. प्रोजेक्ट का सारा खर्च अमेरिकी सरकार उठाएगी. राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और जमुनालाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित इमरान खान पहले भी सुर्खियों में रह चुके हैं.


एप गुरु इमरान खान की पीएम मोदी ने की थी तारीफ


2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इमरान की तारीफ की थी. लंदन के विम्बले स्टेडियम में  भाषण देते हुए उन्होंने कहा था कि मेरा भारत अलवर के इमरान में बसता है. दरअसल, इमरान ने शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े सैकड़ों एप बनाये हैं. फॉलोअर्स भी लाखों में हैं. अलवर के सरकारी स्कूल में संस्कृत टीचर इमरान की रुचि तकनीकी क्षेत्र में ज्यादा रही है. उन्होंने 2015 तक 50 शिक्षा से जुड़ी एप बनाकर मानव संसाधन मंत्रालय के माध्यम से देश को समर्पित किया है.




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फुलब्राइट इंटरनेशनल टीचर्स फैलोशिप के लिए चयन


यूनाइटेड स्टेट्स इंडिया एजुकेशनल फाउंडेशन की तरफ से पूर्व सीनेटर विलियम फुलब्राइट के सम्मान में फुलब्राइट फैलोशिप कार्यक्रम चलाया जाता है. इसके तहत पूरी दुनिया से शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व काम करने वाले 50 शिक्षकों का चयन किया जाता है. कार्यक्रम का उद्देश्य यूएसए और अन्य देशों के लोगों के बीच आपसी समझ को बढ़ाना है.




फेलोशिप के लिए चयन इंटरव्यू के माध्यम से होता है. पिछले साल फैलोशिप के लिए भारत के प्रथम ग्लोबल टीचर पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक रणजीत दिसाले का चयन हुआ था. इमरान ने शिक्षा में सूचना एवं तकनीक का प्रयोग करते हुए राज्य और केंद्र सरकार के लिए 100 से अधिक शैक्षिक एप बनाएं हैं. उनके बनाए एप से देशभर के लाखों युवाओं को फायदा पहुंच रहा है.