Rajasthan News: अलवर में बीजेपी युवा मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष को सिर तन से जुदा की धमकी मिली है. बीजेपी कार्यकर्ता चारुल अग्रवाल का कहना है कि ज्ञानवापी पर पोस्ट डालने की वजह से उन्हें धमकी मिली है. चारुल ने बताया कि घर पर ही लिफाफे में उन्हें चिट्ठी मिली जिसमें लिखा था कि 25 सितंबर तक हत्या कर दी जाएगी और 56 टुकड़े कर दिए जाएंगे. बता दें कि वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में मिले शिवलिंग पर कमेंट करना भाजपा नेत्री चारूल अग्रवाल को महंगा पड़ गया. उन्हें अब 25 सितम्बर तक जान से मारने की धमकी दी गई है.
लेटर में लिखी ये बातें
मामले का पता तब चला जब चारूल सुबह अपने पति जितेंद्र अग्रवाल के बच्चों चारूल अग्रवाल को स्कूल छोड़ने जा रही थी. उन्हें घर की खिड़की के पास एक लिफाफा मिला. जिसमें एक धमकी भरा लेटर था. लेटर में कहा गया कि 'ज्ञानव्यापी हमारा है, हमारा ही रहेगा, हमारे महजब को लेकर पोस्ट लिखोगी तो वही हाल होगा जो उदयपुर में कन्हैयालाल का हुआ था. ध्यान रख, गुस्ताख ए रसूल की एक ही सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा....इतना ही नहीं लेटर में लिखा कि या तो पोस्ट डालना बंद कर दे या फिर मरने के लिए तैयार हो, जा देख अपने 13 सितंबर के पोस्ट को फेसबुक पर तेरे भी 56 टुकड़े होंगे. याद रख तेरी अखिरी तारीख 25 सितम्बर होगी."
पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी
लेटर पढ़ने के बाद चारूल और उनके पति जितेंद्र ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद सदर थानाधिकारी अजीत सिंह मय जाप्ता उनके घर पहुंचे. पुलिस ने मौका मुआयना कर घर में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे. पुलिस ने धारा 506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. इसके अलावा पुलिस की टीम उनके घर पर निगरानी रखें हुए है. पुलिस ने 15 दिन के फुटेज लेकर जांच शुरू कर दी है. इसके अलावा स्कूल, सोसायटी संचालक व अन्य को अलर्ट भी कर दिया गया है ताकि सावधानी रहे.
बीजेपी नेत्री ने मांगी पुलिस सुरक्षा
वहीं मामले में भाजपा नेत्री ने असुरक्षित महसूस करते हुए पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम को सूचना देकर सुरक्षा मांगी है. इधर जब मामले का भाजपा नेताओं व अन्य लोगों को पता लगा तो वह उनके घर पहुंचे और हिम्मत बंधाई. फिलहाल आरोपी के बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला जांच की जा रही है. गौरतलब है कि वाराणसी की सेशन कोर्ट के आदेश के बाद ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे कराया गया था जिसमें हिंदू पक्षकार ने परिसर में शिवलिंग मिलने का दावा किया था, इसके बाद कोर्ट ने इस जगह को सील करने का आदेश दे दिया था. अब अगली सुनवाई के लिए 22 सितंबर की तारीख तय है.
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