Alwar Gangrape Case: अलवर में मूक बधिर नाबालिग से हैवानियत की गुत्थी कब सुलझेगी? निर्भया के समर्थन में चारों तरफ से आवाज उठ रही है. परिजन आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी पर लटकाने की मांग कर रहे हैं. निर्भया के साथ भयानक घटना पर लोगों में आक्रोश पनप रहा है. अभिभाषक संघ सहित विभिन्न संगठनों के प्रदर्शन हो रहे हैं. चारों तरफ से एक ही आवाज आरोपियों की गिरफ्तारी हो, लेकिन पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर चार दिन बाद कह दिया कोई दुष्कर्म हुआ ही नहीं.
अलवर की निर्भया के समर्थन में उठी आवाज
11 दिसंबर को 16 वर्षीय मंदबुद्धि बच्ची खून से लथपथ अलवर के तिजारा फाटक पुलिया पर घायल अवस्था में मिली थी. उसके इंटरनल पार्ट से खून बह रहा था. गंभीर हालत होने के चलते जयपुर रिफर कर दिया गया. पुलिस ने पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी, लेकिन चार दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं. घटना के बाद खबर पूरे देश की मीडिया में छा गयी. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, ब्रज भूमि कल्याण परिषद, भाजपा सहित अभिभाषक संघ और अनेकों संगठनों ने आक्रोश जताया और आरोपियो की गिरफ्तारी की मांग की. मामले में भाजपा ने प्रदेश स्तर पर एक जांच कमेटी भी बनाई.
आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर मिले सजा
कमेटी में शामिल भाजपा प्रवक्ता और विधायक रामलाल, अलका गुर्जर, अलका मूंदड़ा, अलवर सांसद बाबा बालक नाथ, शहर विधायक संजय शर्मा सहित भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर परिजनों को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया और सरकार से सीबीआई जांच की मांग की. इस मामले में शुक्रवार को तब नया मोड़ आया जब अलवर एसपी तेजस्वीनी गौतम ने जयपुर के जेके लोन अस्पताल से डॉक्टर्स की आयी मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर दुष्कर्म नहीं होने की बात कही. अब पुलिस के यू टर्न ने तूल पकड़ लिया है. चारों तरफ एक ही आवाज है पीड़िता को न्याय मिले. अभिभाषक संघ के सचिव जितेंद्र शर्मा ने पांच दिन का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि अगर कोई परिणाम नहीं आया तो सड़कों पर आ जाएंगे. हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई लड़ेंगे और पीड़िता को न्याय दिलाएंगे.
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