Alwar News: आईएएस नंनुमल पहाड़िया और बिचौलिया नितिन शर्मा को कैदियों को लाने वाली बस में बिठाकर अलवर की एसीबी कोर्ट लाया गया. जिरह के दौरान रिश्वत कांड में फंसे आरोपियों ने वॉयस सैम्पलिंग देने से इंकार कर दिया. एसीबी ने कार्यवाही से पहले साक्ष्य के तौर पर मोबाइल रिकॉर्डिंग जुटाए थे. रिकॉर्डिंग की पुष्ट के लिए एसीबी ने कोर्ट में आरोपियों की वॉयस सैम्पलिंग की अर्जी लगाई थी. तीसरे आरोपी आरएएस अशोक सांखला को जयपुर पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर जयपुर ले गयी है. 


हाईवे बनानेवाली कंपनी से 16 लाख मांगने का आरोप


अलवर में 23 अप्रैल को आईएएस नंनुमल पहाड़िया, आरएएस अशोक सांखला सहित एक बिचौलिए को एसीबी ने पांच लाख रु की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया था. कार्यवाही में आरएएस के जयपुर आवास से महंगी विदेशी शराब की 26 बोतलें बरामद हुई थीं. आरएएस के खिलाफ रामनगरिया थाने में आबकारी एक्ट का मामला दर्ज था. कोरोना की जांच में संक्रमित पाए गए आरएएस का इलाज जयपुर में चल रहा है. गौरतलब है कि तत्कालीन जिला कलेक्टर नंनुमल पहाड़िया और आरएएस अशोक सांखला पर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाईवे बनाने वाली कंपनी से 16 लाख रु की रिश्वत मांगने का आरोप है.


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तबादला होने के बावजूद कलेक्टर रिश्वत पर अड़े थे


काम को निर्बाध रूप से चलाने देने के एवज में रकम की मांग की जा रही थी. तबादला होने पर भी कलेक्टर चार महीनों की बंधी लेने के पीछे पड़े थे. शिकायत मिलने पर एसीबी ने आरएएस अशोक सांखला और आईएएस नंनुमल पहाड़िया समेत बिचौलिए नितिन शर्मा को 5 लाख की रिश्वत के साथ धर दबोचा था. अलवर की एसीबी कोर्ट से जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद तीनों आरोपी जेल भेज दिए गए थे. 


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