Alwar News: राजस्थान (Rajasthan) के अलवर जिले (Alwar) की अरावली विहार थाना (Aravali Vihar Police Station) पुलिस ने एक लग्जरी कारों (Luxury Car) की चोरी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. ये चोर हाईटेक कारों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और लेटेस्ट तकनीक की मदद से मिनटों में उड़ा ले जाता था.


पुलिस पूछताछ में गैंग सरगना दसवीं फेल झंडू ने बताया कि उसने चोरी की ये तकनीक यूट्यूब (Youtube) से सीखा. आरोपी झंडू ने बताया कि एक ऐप और लैपटॉप के जरिये वह मंहगी से मंहगी कारों के लॉक खोल कर पांच से दस मिनट में उड़ा ले जाता था. 


इस संबंध में अरावली विहार थाना अधिकारी जहीर अब्बास ने बताया जब से तस्करों में लग्जरी हाईटेक कारो की डिमांड बढ़ने लगी, तो वाहन चोरों ने भी नई तकनीकों का इस्तेमाल शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि पकड़े गए बदमाश ने खुलासा किया कि उसने राजस्थान के अलग- अलग मैकेनिकों से सिस्टम को हैक करने का तरीका सीखा और लग्जरी कारों के लॉक खोलने के लिए यूट्यूब से इसका क्लोन बनाना सीखा. जबसे ये ट्रिक हाथ लगी तो अब पांच से दस मिनट में लग्जरी गाड़ियों को उड़ा ले जाते हैं. 


नाकेबंदी कर पुलिस ने गिरफ्तार किया ईनामी बदमाश


पुलिस के मुताबिक इसी गैंग के द्वारा अलवर के अरावली विहार थाना क्षेत्र से एक मेजर के घर थार गाड़ी को चोरी कर लिया था. इस मामले के बाद एसपी आनन्द शर्मा के नेतृत्व में वाहन चोरों की सघनता से तलाशी शुरू कर दी गई. बीते दिनों पुलिस को दिल्ली- मुंबई एक्प्रेस वे से लग्जरी गाड़ी चोरी करने वाले गैंग के सरगना झंडू और उसके साथियों के आने सूचना मिली. इस पर सीओ हरिसिंह के नेतृत्व में एसएचओ जहीर अब्बास पुलिस फोर्स के साथ हाइवे पर नाके बंदी कर तलाशी शुरु कर दी. 


पुलिस को नाकेबंदी कर तलाशी के दौरान दिल्ली नंबर प्लेट वाली एक स्विफ्ट कार से झंडू और उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया. लग्जरी कारों का गैंग सरगना झंडू दसवीं फेल है, कम पढ़ा लिखा होने के बावजूद वह यूट्यूब से लग्जरी कारों के लॉक खोलने की लेटेस्ट तकनीक सीख कर गाड़ियां उड़ा ले जाता था. आरोपी झंडू पर कोटा पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा, इसके अलावा आरोपी पर 6 जिलों में करीब दो दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं.


जज और विधायक की गाड़ी भी कर चुके हैं चोरी


पकड़े गए कार चोरों ने पुलिस पूछताछ में चोरी करने के तरीकों का खुलासा करते हुए बताया कि वे पहले कार का लॉक तोड़ते हैं, फिर सिस्टम को हाईजैक कर पुश बटन से गाड़ी स्टार्ट करते है जिससे हैंडल लॉक भी खुल जाता है. चोरों ने बताया कि चाभी वाली कारों में उन्हें ज्यादा मशक्कत करनी पड़ती है. ऐसी कारों को चोरी करने के लिए पहले हैंडल लॉक तोड़ते हैं फिर मास्टर की इस्तेमाल करते हैं.


कई बार ग्राइंडर से तोड़ देते हैं. हाईटेक कारों में एक टूल चिप लगी होती है, जिससे सारा डाटा टूल ऐप्स के जरिये मोबाइल और लैपटॉप में लेकर एटीएम की तरह उसका क्लोन बनाकर गाड़ी को स्टार्ट कर देते हैं. इसी गैंग ने मिलकर जयपुर के एक जज के कार को चोरी कर लिया था. जबकि 9 साल पहले किशनगढ़ बास विधायक रामहेत सिंह यादव की कार को भी इसी गैंग ने चोरी कर लिया था.


ये भी पढ़ें: Alwar News: अलवर के एक मजार में तोड़फोड़ और आगजनी से विवाद, BJP नेता सहित चार लोग गिरफ्तार