Rajasthan News: बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा के भड़काऊ बयान से राजस्थान में उबाल, कांग्रेस ने घेरा, केस दर्ज
Rajasthan News: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने BJP पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, "बीजेपी के मजहबी आतंक और कट्टरता का और क्या सबूत चाहिए?
Rajasthan News: राजस्थान के कई शहरों में सांप्रदायिक तनाव के बीच बीजेपी के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा (BJP leader Gyandev Ahuja) का भड़काऊ बयान सामने आया है. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो (Viral Video) में आहूजा पांच लोगों की लिंचिंग की बात बोल रहे हैं. वीडियो में आहूजा पास बैठे लोगों को उकसाते हुए बोल रहे हैं कि, "जबरदस्त आंदोलन चलाना चाहिए. अब तक तो पांच हमने मारे हैं. इस एरिया में यह पहली बार ऐसा हुआ है कि उन्होंने मारा. मैंने तो कार्यकर्ताओं को खुल्लम खुला छूट दे रखी है कि मारो ** को. बरी भी करवाएंगे. जमानत करवा देंगे."
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने लगाया आरोप
वीडियो सामने आने के बाद प्रदेश भर में उबाल आ गया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने यह वायरल वीडियो पोस्ट कर बीजेपी पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, "बीजेपी के मजहबी आतंक और कट्टरता का और क्या सबूत चाहिए? पूरे देश में बीजेपी का असली चेहरा सामने आ गया है।"
"अब तक 5 हमने मारे हैं…कार्यकर्ताओं को खुली छूट दे रखी है..मारो **** को..ज़मानत हम करवाएँगे” ये शब्द राजस्थान भाजपा कार्यकारिणी के सदस्य और पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के हैं।
— Govind Singh Dotasra (@GovindDotasra) August 20, 2022
BJP के मजहबी आतंक व कट्टरता का और क्या सबूत चाहिए? पूरे देश में भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। pic.twitter.com/v8XhxZEKcF
आहूजा के खिलाफ दर्ज हुआ केस
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक्शन लिया है. सांप्रदायिक भावना भड़काने के आरोप में पुलिस कॉन्स्टेबल गजेंद्र सिंह ने गोविंदगढ़ थाने में बीजेपी के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ धारा 153 ए में मुकदमा दर्ज किया है. कॉन्स्टेबल ने रिपोर्ट में बताया कि अधिसूचना एकत्रित करने एवं ड्यूटी करने के लिए रामबास में मौजूद था. उस वक्त पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा मृतक चिरंजीलाल के घर बिजली ग्रेड के पास रामबास में आए, उन्होंने लोगों के सामने सांप्रदायिक भावनाएं भड़वाने वाले विवादित बयान दिए. मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक श्यामलाल मीणा को सौंपी गई है.
क्या थी अलवर की घटना
अलवर जिले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के रामबास गांव में गत 14 अगस्त की सुबह खेत में शौच कर रहे 45 वर्षीय चिरंजीलाल की कुछ लोगों ने ट्रैक्टर चोर समझकर बुरी तरह से पिटाई कर दी थी. चिंरजीलाल को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया था. जहां 15 अगस्त को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी. देश में मॉब लिंचिंग एक्ट अभी लागू नहीं है, लेकिन पुलिस ने इस घटना को मॉब लिंचिंग मानते हुए आईपीसी की धारा 147, 148, 149 और 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है.