Alwar Mob Lynching case: अलवर में मॉब लिंचिंग को लेकर सियासत तेज, BJP ने सरकार पर लगाया बड़ा आरोप, की ये मांग
Alwar News: बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा ने कहा, मामला दर्ज कर तुरन्त गिरफ्तारी हो, पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए, नहीं तो सड़कों पर आंदोलन किया जाएगा.
Rajasthan News: राजस्थान के अलवर (Alwar) में रामगढ़ के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के रामबास में मॉब लिंचिंग (Alwar Mob Lynching case) का मामला सामने आया है. यहां दो दिन पूर्व सुबह शौच के लिए घर से बाहर निकले चिरंजी लाल सैनी पर अचानक कई गाड़ियों में भरकर आये करीब 15 से 20 लोगों ने हमला कर दिया. इस हमले में चिरंजी लाल गंभीर रूप से घायल हो गया उसे जयपुर (Jaipur) रेफर कर दिया गया जहां इलाज के दौरान सोमवार को चिरंजी लाल की मौत हो गयी. चिरंजी लाल की मौत की खबर फैलते ही क्षेत्र में तनाव बढ़ गया.
चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात
जानकारी के अनुसार आरोपी जाति विशेष के होने के चलते क्षेत्र में एक बार फिर हिन्दू मुस्लिम और मॉब लिंचिंग मामला होने के चलते पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद हो गया. चप्पे चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात कर दिए गए. एसपी तेजस्वीनी के निर्देश पर एएसपी सरिता सिंह, सीओ कमल प्रसाद मीणा, थाना अधिकारी गोविंदगढ़, रामगढ़ सहित एसडीएम ने भी मोर्चा संभाला.
बीजेपी ने लगाए तुष्टिकरण के आरोप
शव के गोविंदगढ़ पहुंचने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने दिनभर चिरंजीलाल सैनी की हत्या मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी और मॉब लिंचिंग में मामला दर्ज करने सहित पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद सहित सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग रखी. साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों के न पहुंचने पर भी आक्रोश जताया. बीजेपी नेता सुखवंत सिंह ने यहां सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के खिलाफ तुष्टिकरण के आरोप लगाये.
अपनी मांग पर अड़े रहे ग्रामीण
यहां मंगलवार को दिनभर शव के अंतिम संस्कार के लिए चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के लिए एएसपी सरिता सिंह, एसडीएम लक्ष्मणगढ लाखन सिंह गुर्जर, सीओ कमल प्रसाद मीणा ने लोगों को समझाया लेकिन परिजन और ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे.
बीजेपी ने दी आंदोलन की चेतावनी
इस मामले में बीजेपी नेता ज्ञानदेव आहूजा का कहना है कि सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि इस क्षेत्र में तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. यही घटना किसी विशेष समुदाय के साथ होती तो प्रशासन और सरकार किसी और तरीके से काम करती. उन्होंने कहा मॉब लिंचिंग की धराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों की तुरन्त गिरफ्तारी हो और पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए, नहीं तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा.
अधिकारियों ने दिया गिरफ्तारी का आश्वासन
गतिरोध को समाप्त करने के लिए पीड़ित परिवार द्वारा दी गयी मांगो का ज्ञापन उच्च अधिकारियों को तत्काल भेज दिया गया. इसके साथ ही डीएम ने पीड़ित पक्ष को 5 लाख रुपए की तत्काल सहायता राशि दिए जाने की बात कही. वहीं 50 लाख रुपये और सरकारी नौकरी की मांग को उच्च अधिकारियों के पास भेज दिया गया है. साथ ही अधिकारियों ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया और कहा जांच में जो भी दोषी होगा उनके खिलाफ जो भी धाराएं बनती है उसी के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी.
क्या था मामला
गौरतलब है आरोपियों का ट्रैक्टर चोरी हुआ था जो गोविंदगढ़ के रामबास की तरफ नाकेबन्दी में पकड़ा गया था. ट्रैक्टर और चोरों का पीछा कर रहे एक दर्जन से ज्यादा जाति विशेष के लोगों ने रामबास पहुंचकर 14 अगस्त रविवार को सुबह करीब पांच बजे घर से शौच के लिए निकले चिरंजीलाल को चोर समझकर उसपर लाठी डंडों से हमला कर दिया जिसमें वह गम्भीर रूप से घायल हो गया. उसे इलाज के लिए सीएचसी गोविंदगढ़ ले जाया गया वहां से उसे अलवर फिर जयपुर रेफर कर दिया गया. जयपुर में इलाज के दौरान दूसरे दिन 15 अगस्त को चिरंजीलाल की मौत हो गयी.