राजस्थान (Rajasthan) में अलवर (Alwar) के पूर्व जिला कलेक्टर के 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है. आईएएस नन्नूमल पहाड़िया और आरएएस अशोक सांखला के 5 लाख रिश्वत लेते पकड़े जाने पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने राजस्थान सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जैसी सरकार वैसे अफसर.
केंद्रीय मंत्री ने क्या कहा
शेखावत ने ट्वीट कर कहा कि, ये वही नन्नूमल पहाड़िया हैं, जिन्होंने छेड़छाड़ और अनाचार का विरोध करने आईं छात्राओं को धमकाया था. पहले से इनके खिलाफ ढेरों शिकायतें हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एक भ्रष्ट अफसर तभी इतना ताकतवर हो सकता है जब उसे सरकार का समर्थन हासिल हो. उन्होंने कहा कि गहलोत जी अपनी कुर्सी की चिन्ता में "भागते भूत की लंगोटी" भी नहीं छोड़ना चाह रहे, उनकी एनओसी से ही करप्शन का लाइसेंस बंटता है. जैसी सरकार वैसे अफसर.
क्या था मामला
आईएएस नन्नूमल पहाड़िया आरएएस अशोक सांखला ने दलाल जरिये एक कंस्ट्रक्शन कंपनी से 16 लाख रुपए की रिश्वत मांग की थी और उसमें से 5 लाख रुपए का लेन देन किया जा रहा था. कंपनी के पदाधिकारियों ने बताया कि दलाल के जरिए अफसर हर महीने रिश्वत भी मांग रहे थे ताकि कंपनी से जुड़े हुए जो भी सरकारी कार्य हो उसे सही समय पर और बिना किसी रोक-टोक के पूरे किए जा सकें.
डीजी ने क्या बताया
एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने एसीबी को जानकारी देते हुए बताया कि, कंस्ट्रक्शन कंपनी से कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया और आरएएस अशोक सांखला और इन दोनों के लिए काम करने वाला नितिन तीनों मिलकर 4 महीने से 16 लाख रुपए मांग कर रहे थे और रिश्वत जल्दी से जल्दी देने के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी पर लगातार दबाव बना रहे थे. एसीबी ने कार्रवाई करते हुए 5 लाख रुपए की राशि के साथ उनको गिरफ्तार किया.
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