Amarnath Cloudburst: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी जिलों के कलेक्टर को अपने-अपने क्षेत्र में जानकारी जुटाने के आदेश दिए हैं. साथ हेल्पलाइन नंबर भी जारी करने के निर्देश दिए. जोधपुर जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने अमरनाथ यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए हैं. अब उन लोगों का पता लगा रहे हैं जो लोग जोधपुर से गए हुए हैं. पिछले 15-20 दिनों में भारी मात्रा में जोधपुर से बसें और निजी वाहन से लोग अमरनाथ यात्रा को निकले थे.
सीएम गहलोत कर रहे मॉनिटरिंग
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद इस मामले को लेकर मॉनिटरिंग शुरू कर दी है. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अगर जरूरी हो तो जयपुर से साधन भेजे जाएं और घायल और वहां फंसे लोगों को बाहर निकाला जाए.
हादसे में दो राजस्थानियों की भी मौत
बता दें कि हर साल हजारों यात्री अमरनाथ यात्रा के लिए जाते हैं. इस साल अमरनाथ यात्रा के दौरान शुक्रवार को बादल फटने से दर्दनाक हादसा हो गया था. इस हादसे में 16 लोगो की मौत हो गई जबकि 45 लोग घायल हो गए. इस हादसे में राजस्थान के भी दो लोगों की मौत की पुष्टी हुई है. मरने वालों में एक रिटायर्ड इंस्पेक्टर सुनील खत्री हैं. वहीं दूसरी महिला इनकी समधन सुनीता हैं.
सीएम ने दिए ये निर्देश
अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए इस हादसे में राजस्थानियों की मौत के बाद अब राजस्थान में रहने वाले वे लोग परेशान हो रहे हैं जिनके अपने परिजनों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. ऐसे में देर रात राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर को अनंतनाग प्रबंधन के संपर्क में रहने के लिए भेज दिया है. साथ ही अपने-अपने जिलों में उन लोगों के परिजनों से संपर्क स्थापित करने के निर्देश दिए हैं जो लोग अमरनाथ की यात्रा पर गए हुए हैं.
हर साल जाते हैं 500 से ज्यादा लोग
गौरतलब है कि राजस्थान के कई जिलों से हर साल हजारों यात्री अमरनाथ यात्रा के लिए जाते हैं. पिछले 10 साल से जयपुर शहर से यात्रा के लिए जाने वाले राजकुमार शर्मा व जोधपुर के मुकेश वैष्णव और धर्मेंद्र का कहना है कि हर साल राजस्थान से 100 के करीब बसें यात्रा में शामिल होती हैं. प्रत्येक बस में 50 से अधिक यात्री होती हैं. जयपुर, जोधपुर, अजमेर, भरतपुर, गंगानगर, चूरू, उदयपुर और सीकर सहित अन्य कई जिलों से बसें अमरनाथ यात्रियों के लिए चलाई जाती हैं. इसके अलावा भी प्रदेशभर से हर साल करीब 500 से ज्यादा निजी वाहन से अमरनाथ की यात्रा में शामिल होते हैं.
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