Amarnath Yatra 2022: निजी वाहन से अमरनाथ यात्रा पर जानेवालों के लिए गाइडलाइन जारी, राजस्थान के यात्री दें ध्यान
Amarnath Yatra 2022: अगर आप निजी वाहन से अमरनाथ यात्रा का मन बना रहे हैं तो खबर पढ़ना आपके लिए जरूरी है. राजस्थान के परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग ने सभी जिला परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिया है.
Rajasthan News: अगर आप निजी वाहन से अमरनाथ यात्रा का मन बना रहे हैं तो खबर पढ़ना आपके लिए जरूरी है. यात्रा पर जाने से पहले आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि वाहन में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगी हो. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड, राजभवन श्रीनगर ने आदेश जारी किए हैं. आदेश में लिखा है कि 15 जून 2022 के बाद केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) के बगैर किसी भी वाहन को सड़कों पर चलने की अनुमति नहीं है.
अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने जारी किए आदेश
अब इसी आदेश के तहत राजस्थान के परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग ने सभी जिला परिवहन अधिकारियों को निर्देश दिया है. जिला परिवहन अधिकारियों को कहा गया है कि अपने क्षेत्र से अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले निजी वाहनों पर हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) अनिवार्य करें, ताकि जम्मू कश्मीर पहुंचने पर यात्रियों को किसी तरह की असुविधा न हो और आनंदपूर्वक यात्रा कर सकें.
जानिए क्या है एचएसआरपी नंबर प्लेट
हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट भारत में लाइसेंस प्लेट्स का स्टैंडर्ड रूप है. इसकी खासियत है कि वाहन मालिक और वाहन से जुड़ी सारी जानकारी शामिल होती है. वाहन मालिकों की सुविधा एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाई है. इस प्लेट पर नंबर प्रेशर मशीन से लिखा जाता है. प्लेट पर एक तरह का पिन होता है जो आपके वाहन से जुड़ा होता है. पिन एक बार आपके वाहन से प्लेट को पकड़ लेगा तो दोनों ही तरफ से लॉक हो जाएगा और फिर इसे खोलना आसान नहीं होगा.
श्रद्धालु करते हैं बाबा बर्फानी के दर्शन
अमरनाथ यात्रा हिंदुओं का आस्था केंद्र है. हर साल लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से जम्मू-कश्मीर पहुंचते हैं. बीते दो साल में कोरोना संक्रमण के कारण अमरनाथ यात्रा का आयोजन नहीं हो सका था. इस बार यात्रियों को अनुमति दी गई है. ऐसे में बाबा अमरनाथ बर्फानी का दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है. आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2019 में 3 लाख 42 हजार 823 यात्रियों ने पवित्र गुफा में जाकर बर्फानी बाबा के दर्शन किए थे.