भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya) मुश्किल में पड़ सकते हैं. राजस्थान की कांग्रेस सरकार के राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग (Subhash Garg) ने कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है. हिंसा के बाद करौली पहुंचे तेजस्वी सूर्या ने पत्रकार वार्ता में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को 'औरंगजेब' कह दिया था.


तेजस्वी सूर्या के बयान पर डॉ सुभाष गर्ग ने पलटवार किया है. डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि बीजेपी (BJP) का सिर्फ एक ही लक्ष्य है, गंगा जमुनी संस्कृति को छिन्न-भिन्न करते हुए समाज में तनाव पैदा करना. जातियों की छतीसों कौम को आपस में लड़ाना. करौली में हिंसा (Karauli Violence) के बाद सरकार शान्ति व्यवस्था बनाने में जुटी हुई है. गर्ग ने आरोप लगाया कि बीजेपी शान्ति व्यवस्था भंग करने में लई हुई है. पार्टी के बड़े-बड़े नेताओं का दौरा हो रहा है और भरतपुर में भी इसी तरह की कोशिश की गई.


बीजेपी का हाथ खून से रंगीन-सुभाष गर्ग


मंत्री डॉ गर्ग ने कहा कि 13 जिलों के लोगों की मुख्य मांग ईस्टर्न कैनाल प्रोजेक्ट (Eastern Canal Project) है. बीजेपी वाले विकास के मुद्दों की बात करना नहीं चाहते हैं. डॉ गर्ग ने हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी का हाथ खून में रंगा हुआ है. गुर्जर आंदोलन में कितने लोग मारे गये. रामनवमी (Ram Navami) पर महाराष्ट्र, बिहार में कितने दंगे हुए. बीजेपी का कोई भी नेता एक शब्द नहीं बोला. 2023 में राजस्थान चुनाव होने जा रहे हैं.


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बीजेपी का मुख्य एजेंडा है समाज को दो वर्गों में बंटवारा लेकिन मनसूबों को कभी सफल नहीं होने देंगे. डॉ सुभाष गर्ग आज भीमराव अंबेडकर की जयंती पर कार्यक्रम में शिरकत करने भरतपुर पहुंचे थे. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि करौली में बीजेपी के नेता शांति व्यवस्था को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी नेता तेजस्वी सूर्या का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को औरंगजेब की संज्ञा देने की निंदा करते हैं.


तेजस्वी सूर्या के बयान पर किया पलटवार


ऐसे बयान देने वाले तेजस्वी सूर्या के खिलाफ अब कानून काम करेगा. अशोक गहलोत को औरंगजेब कहने वाली बीजेपी के हाथ खुद खून से रंगे हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य की बीजेपी सरकार के दौरान आंदोलन कर रहे गुर्जर समुदाय के 72 लोगों को मारा गया था. हरियाणा में जाट आंदोलन के दौरान जाटों को बीजेपी सरकार ने मरवाया था. बीजेपी धर्मों के आधार पर समाजों को लड़ाकर सत्ता में आना चाहती है. प्रदेश में आनेवाले चुनावों को देखते हुए बीजेपी ध्रुवीकरण करने की साजिश रच रही है. 


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