Bharatpur Violence News: नदबई क्षेत्र में रात को उपद्रव के बाद भरतपुर जिला प्रशासन ने भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापना कार्यक्रम को निरस्त कर दिया है. कल (12 अप्रैल) भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापना की घोषणा के बाद उपद्रव हो गया था. मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ कर उपद्रवियों को खदेड़ा. जाट समाज और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई. नदबई के बैलारा चौराहे पर 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापना का कार्यक्रम था. जाट समुदाय के लोगों ने चक्का जाम करते हुए आगजनी की. प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर पुलिस की कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया. पूरी रात पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प चलती रही. बवाल बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने की मांग पर हुआ.


मूर्ति की सियासत में हिंसा, बवाल और आगजनी


कानून व्यवस्था की खराब स्थिति और तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन ने बैठक बुलाकर 14 अप्रैल को भीमराव अंबेडकर की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम को निरस्त करने का एलान किया. गौरतलब है कि नदबई विधानसभा क्षेत्र में मूर्ति पॉलिटिक्स कांग्रेस विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने चुनावों में अनुसूचित जाति के वोट साधने के लिए शुरू की है. अनुसूचित जाति समाज ने विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना पर बहुजन समाज पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाया. बसपा के टिकट पर चुनाव जीत कर अवाना ने कांग्रेस का दामन थाम लिया. अनुसूचित जाति के लोगों ने अवाना पर बहन मायावती के साथ गद्दारी करने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि मूर्ति का बहाना बनाकर आपस में लड़ाने का काम किया जा रहा है.


विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना से अनुसूचित जाति के लोग नाराज


विधायक के खिलाफ जाट समाज में काफी आक्रोश है. बैलारा चौराहे पर भरतपुर संस्थापक महाराजा सूरजमल की मूर्ति स्थापित करने की मांग पर जाट समाज का धरना चल रहा था. कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह के आश्वासन पर जाट समाज ने धरना खत्म कर दिया. प्रशासन ने 14 तारीख को डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति स्थापना की तैयारी कर ली थी. धरना दे रहे ग्रामीणों का आरोप है कि आने वाले चुनावों में हार रहे हैं. इसलिए जातियों को आपस में लड़ाने का काम कर रहे हैं. धरना दे रहे जाट समाज के लोगों ने कहा कि हमें किसी जाति वर्ग या धर्म से परहेज नहीं. हमारी केवल मांग है कि बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति स्थापित होने दी जाए और अन्य दो चौराहे पर अन्य समाज की प्रतिभाओं की मूर्ति स्थापित हो.


कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया है कि 14 अप्रैल को नदबई में मूर्ति स्थापना कार्यक्रम के लिए परमिशन मांगी गई थी. उपखंड अधिकारी और पुलिस की समीक्षा के बाद कार्यक्रम का परमिशन नहीं दिया गया. आज संभागीय आयुक्त के कार्यालय में बैठक बुलाई गई. बैठक में लोगों को बताया कि हिंसा मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. कानून व्यवस्था को बनाये रखने के लिए मूर्ति लगाने का परमिशन स्थगित कर दिया है. फिलहाल किसी भी विभूति की मूर्ति स्थापना नहीं होगी.  


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