Amrita Meghwal Controversy: राजस्थान के जालोर की पूर्व विधायक अमृता मेघवाल के साथ कथित मारपीट का मामला सामने आया है. अमृता मेघवाल ने दो दिन पहले अपने पति एडवोकेट बाबूलाल मेघवाल के घर का ताला तोड़ घर में घुसने का प्रयास किया था. इसी दौरान उन्होंने ससुराल पक्ष पर मारपीट का आरोप लगाया. इस घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हुआ था. वहीं अब अमृता मेघवाल ने इस ममाले को लेकर प्रेस कांफ्रेंस की है. 


अमृता मेघवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने पति एडवोकेट बाबूलाल मेघवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्हेंने कहा, "उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए. उन्होंने मेरे विधायक कार्यकाल में सारी संपत्ति बनाई है. उनकी 2013 से पहले और वर्तमान की संपत्ति की जांच होनी." इसके अलावा पूर्व विधायक ने पति की ओर से दिए गए तलाक को लेकर कहा कि मैं तलाक नहीं मानती हूं. मेरी ओर से कोई तलाक नहीं दिया गया है. अभी भी मैं उनके साथ हूं और रहना चाहती हूं.


अमृता मेघवाल ने लगाए ये आरोप
पूर्व विधायक ने कहा कि तलाक के खिलाफ मैंने कोर्ट में प्रार्थना पत्र जमा किया है. उन्होंने अपने पति पर दूसरी शादी का भी आरोप लगाया. पूर्व विधायक अमृता मेघवाल ने कहा कि उनके पति पांच साल से अलग रहने को कह रहे हैं, लेकिन 2022 तक वह हमेशा साथ में रही और जब भी उन्हें किसी चीज का जरूरत पड़ी तो मैंने मदद की. हमारे बीच में अगर ऐसी कुछ लड़ाई होती तो 2020 में मैं इन्हें 10 लाख रुपये किसी से क्यों दिलवाती.


अमृता मेघवाल ने कहा, "मैं किसी भी प्रकार से कोई तलाक नहीं चाहती हूं. मैं उनके साथ रहना चाहती हूं, लेकिन अब यह उनके व्यवहार पर निर्भर करता है." उन्होंने ससुराल पक्ष की ओर से घर के ताले तोड़ने के आरोप पर कहा कि उन्हें जानकारी मिली कि उनके पति बाबूलाल किसी विमला नाम की महिला से शादी कर रहे हैं. मेरी सात साल की छोटी बच्ची है, फिर भी मैंने जैसे चल रहा था वैसे चलने दिया. अपने पिता से सहारा लेकर बच्ची को पाल रही हूं. पिछले सात साल में एक बार भी बच्ची से मिलने की कोशिश नहीं की, उस बच्ची लिए सात साल में क्या किया?


टिकट कटने के बाद बढ़ा विवाद
दरअसल, जालोर जिले के नोरवा हाल रामदेव कॉलोनी जालोर निवासी एडवोकेट बाबूलाल मेघवाल की 21 अप्रैल 2008 को अमृता के साथ शादी हुई थी. अमृता जब ससुराल आईं तब से राजनीति में रुचि थी, इस कारण एक बार जिला परिषद सदस्य भी निर्वाचित हुईं. बाबूलाल मेघवाल ने भी पत्नी का साथ दिया और पार्टी में पैठ बनाते हुए वर्ष 2013 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी से अमृता मेघवाल के लिए टिकट की मांग की.


पार्टी ने विश्वास जताया और अमृता मेघवाल ने जालोर एससी आरक्षित सीट पर रेकॉर्ड तोड़ मतों से जीत हासिल की. सरकार भी बीजेपी की थी, इस कारण पांच साल विधायकी जमकर की, अमृता के साथ-साथ बाबूलाल भी राजनीति में पूरे सक्रिय रहे. इसी कारण साल 2018 में पार्टी में इनका विरोध हुआ और अमृता मेघवाल का टिकट काटकर जोगेश्वर गर्ग को पार्टी ने टिकट दे दिया. इससे पति-पत्नी में विवाद बढ़ने लगा.


(हीरालाल भाटी की रिपोर्ट)



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