Udaipur Toy Train: उदयपुर में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नया आयाम स्थापित होने जा रहा है.यहां करीब 54 साल पहले बनी अरावली एक्सप्रेस जो 2016 से बंद थी,वह नए सिरे से चलने के लिए तैयार है.यह ट्रेन अप्रैल में चल सकती है.अप्रैल में चलने से फायदा भी होगा,क्योंकि बच्चों के स्कूल की छुट्टियां हो जाएंगी. इससे वह यहां आकर लुफ्त उठा पाएंगे.इसकी पटरी बीच चुकी है और गुजरात के जामनगर में इंजन भी बनकर तैयार हो चुका है. स्टेशन का काम चल रहा है. इसे जल्द ही पूरा हो जाने की उम्मीद है. इसके चलने के बाद पर्यटक सहित स्थानीय लोग भी इसका लुफ्त उठा पाएंगे.इस अरावली एक्सप्रेस ट्रेन को टॉय ट्रेन भी कहा जाता है.अब सवाल उठता है कि यह ट्रेन कहां है और कैसा अनुभव मिलेगा सफारी के समय.


उदयपुर के ऑक्सीजन हब में चलेगी


उदयपुर शहर के बीचों-बीच घना जंगल,जिसे उदयपुर का ऑक्सीजन हब भी कहते हैं,जिसका नाम है गुलाब बाग.यह ट्रेन यहीं पर चलेगी.इसी गुलाब बाग में राजस्थान का एज मात्र बर्ड पार्क है.यह ट्रेन इस पार्क के बीच से होकर गुजरेगी. इसके साथ ही जंगल के रास्तों से होते हुए गुफा में जाएगी और फिर पानी का संसार जो कमल तलाई है, वह भी दिखेगा.इस ट्रेन को नगर निगम ने दोबारा नए सिरे से बनवाया है.


निगम गैराज समिति के अध्यक्ष मनोहर चौधरी ने बताया कि ट्रैक बिछ चुका है और ट्रेन का इंजन भी बन चुका है. इंजन के साथ एक डिब्बा भी होगा. इसमें 60-70 बच्चे एक साथ बैठ पाएंगे इसमें बच्चों के साथ बड़े भी सैर कर पाएंगे.गुलाब बाग में 1.8 किलोमीटर तक यह ट्रेन चलेगी.यह भी खास है कि यह ट्रेन गुजरात के अहमदाबाद स्थित कांकरिया लेक की तर्ज पर चलेगी.


सात साल बाद फिर चलेगी 
यह बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया ने 1969 में इसे बनवाया था.इसके बाद कई सालों तक यह ट्रेन चली.इस बीच करीब आठ बार यह तकनीकी कारणों से बंद भी हुई. इसमें एक बार तो एक्सीडेंट भी हुआ. यह ट्रेन 2016 में अंतिम बार चली थी. इसके बाद इसे हादसे की आशंका को देखते हुए बंद कर दिया गया था. यह ट्रेन अब एक बार फिर लोगों का मरोरंजन कराने के लिए चलने को तैयार है. 


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