Asaram Bapu in Jail: अपने ही आश्रम की नाबालिग छात्रा के साथ यौन शोषण के मामले में जेल की सजा काट रहे आसाराम एक बार फिर चर्चा में आए हैं. आसाराम को लेकर गवाहों को धमकाने और मारने तक की बात तो पहले भी सामने आ चुकी है, लेकिन अब आसाराम के समर्थकों में टकराव शुरू हो गया है. समर्थक एक दूसरे पर आसाराम की जान का खतरा बता रहे हैं. जोधपुर शहर में कई जगह पोस्टर लगाकर और पैम्फलेट बांटकर लोगों को ये बताने की कोशिश की जा रही है.
हिन्दुसेना के राष्ट्रीय सचिव बम-बम ठाकुर ने बताया कि जब आसाराम को जेल में लाया गया तब आसाराम पूरी तह से स्वस्थ थे, लेकिन उनको लगातार बीमारियां घेर रही हैं. उनको एलोपैथिक इलाज से फायदा नहीं हो रहा. आयुर्वेद के इलाज को लेकर आसाराम के बेटे की ओर से दायर इलाज के लिए याचिका को लेकर पैरोकारों ने ढंग से पैरवी नहीं की, जिसके कारण आसाराम का स्वास्थ्य लगातार गिर रहा है. उन्होंने कहा कि आसाराम के चार माह से कैथेटर लगा हुआ है. पैरोकार और आश्रम संचालक चाहते हैं कि आसाराम की मौत हो जाए और उनकी संम्पति हमेशा के लिए उनकी हो जाए.
आसाराम के पैरोकार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग
आसाराम के साधकों ने उनके विरुद्ध हो रहे इस षड्यंत्र के ख़िलाफ़ पूरे शहर में पर्चे बँटवाए और पोस्टर लगवाए. समर्थकों ने जोधपुर के सभी मुख्य क्षेत्रों में आसाराम के पोस्टर लगा कर उनके पैरोकार के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा है कि बापू के केस में जानबूझ कर गलतियां कर और साक्ष्य को नष्ट कर उनका केस कमजोर किया गया और उन्हें आमरण कारावास दिलवाया गया.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यह षड्यंत्र करने वाले आश्रम के संचालक और उनका मुखिया ही है. इसी सच को आज घर-घर, गली-गली पहुंचाने का काम वे कर रहे हैं. इन्होंने पूरे ज़िले में पैरोकार ही गद्दार है के पोस्टर लगाए और आसाराम के केस की न्यायिक जाँच की माँग की है. पूरे देश में अलग-अलग राज्यों के साधक अब सरकार से मांग कर रहे हैं कि केस की न्यायिक जाँच हो और साथ में आश्रम के ट्रस्टियों की भी जाँच हो. उन्होंने बताया कि ट्रस्टी नहीं चाहते कि आसाराम बाहर आएं और इनके ऐश आराम में कोई समस्या आए. इसके लिए चाहे आसाराम को ही रास्ते से हटाना पड़े तो उसकी तैयारी भी आश्रम ने कर ली है.
उन्होंने कहा कि उनकी आयुर्वेदिक दवाए बंद कर उन्हें ज़हरीली अंग्रेज़ी दवाए दी जा रही हैं. आसाराम का शरीर अंदर से खोखला होता जा रहा है और किसी भी दिन धर्म का यह स्तम्भ गिर सकता है.
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