Bharat Jodo Nyay Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी 14 जनवरी से मणिपुर की राजधानी इम्फाल से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं. लेकिन अब इस यात्रा की शुरुआत से पहले ही मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने यात्रा को इजाजत देने पर विचार करने की बात कह डाली है. उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों के चलते राहुल गांधी की यात्रा की अनुमति को लेकर विचार किया जा रहा है. वहीं अब उनके इस बयान पर राजस्थान के पूर्व सीएम और कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया सामने आई है.


पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रैली को इजाजत देने पर विचार करने को लेकर कहा, "अब तक इजाजत दे देनी चाहिए थी. राहुल गांधी भारत जोड़ो न्याय यात्रा राजनीति के लिए नहीं है, बल्कि ये देश में प्यार, मोहब्बत का मैसेज देने के लिए है. ये यात्रा देश की समस्या, जैसे महंगाई, बेरोजगारी, और राहुल गांधी ने जो मुद्दे उठाए थे उसे आगे बढ़ाने की है. जब ये स्थिति है तो ऐसी यात्रा कोई भी पार्टी और कोई भी नेता कर सकता है और इसमें कोई रुकावट नहीं आनी चाहिए. ऐसी यात्रा के लिए तुरंत अनुमति दे देनी चाहिए, इसमें विचार करने की कोई जरूरत ही नहीं है."


मणिपुर के सीएम एन बीरेन ने क्या कहा?
बता दें कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की सुरक्षा के चलते इजाजत देने पर विचार करने की बात कही. उन्होंने कहा, "मणिपुर में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति बहुत गंभीर और संवेदनशील है. इसी के चलते राहुल गांधी की रैली को अनुमति देने पर विचार किया जा रहा है. हम अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों से रिपोर्ट ले रहे हैं और इन रिपोर्ट्स के आने के बाद ही कोई अहम फैसला लिया जाएगा." 


14 जनवरी से शुरू होनी है यात्रा
बता दें कि 14 जनवरी से राहुल गांधी के मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू करने का कार्यक्रम है. वहीं इस यात्रा को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा से कांग्रेस कार्यकर्ताओं समेत आम लोगों को प्रोत्साहन मिलेगा.


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