Rajasthan News: राजस्थान के मंत्री मदन दिलावर ने बलदेव गोरा को पर्यावरण का ब्रांड एंबेसडर बनाया था, हालांकि उन्होंने अपने इस आदेश को रद्द कर दिया. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी नेता बलदेव गोरा को पर्यावरण का ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने पर बवाल मच गया.


विवाद बढ़ता देख मंत्री मदन दिलावर ने गोरा के नाम से जारी पत्र को रद्द कर दिया. बता दें कि अशोक गहलोत के करीबी बलदेव गोरा को 19 जुलाई को मंत्री मदन दिलावर ने गहरी फाउंडेशन अध्यक्ष के रूप में पर्यावरण का ब्रांड एंबेसडर बनाया था. हालांकि उन्होंने 23 जुलाई को पत्र जारी कर बलदेव गोरा की नियुक्ति को रद्द कर दिया.


दरअसल बलदेव गोरा के खिलाफ विरोध का कारण रेप का मामला है. रेप के आरोपी को ब्रांड एंबेसडर नियुक्त करने पर सवाल उठने लगे. बलदेव गोरा पर 7 जुलाई को जोधपुर के उदय मंदिर थाने में रेप का मामला दर्ज हुआ था. पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि करीब 5 साल पहले जोधपुर में डांगियावास के निवासी कांग्रेस नेता बलदेव गोरा से परिचय हुआ. परिचय के बाद दोनों की फोन पर बातचीत होने लगी.




3 जुलाई को गोरा ने फार्म हाउस पर काम करने का ऑफर दिया. उसने 20 हजार की सैलरी का झांसा देकर फार्म हाउस पर बुलाया. 6 जुलाई को जोधपुर पहुंचने पर गोरा और उसके साथी कार में बिठा कर ले गये. रास्ते में जूस पीने के बाद बेहोश हो गई. होश आने पर कपड़े अस्त-व्यस्त थे. मामले की जांच प्रमोशन आईपीएस अभिषेक कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि आईपीसी की धारा 376 D के तहत जांच की जा रही है.


बता दें कि "एक पेड़ मां के नाम" राजस्थान में भजनलाल शर्मा की सरकार पर्यावरण संरक्षण पर जागरूकता अभियान चल रही है. राजस्थान सरकार ने एक दिन में लाखों पौधे लगाने का निर्णय भी किया है. राज्य सरकार की ओर से पर्यावरण संरक्षण के लिए बेहतर काम करने वालों को ब्रांड एंबेसडर बनाने का आदेश जारी हुआ था. महज चौथे दिन आदेश को निरस्त करने का फैसला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है. अब गोरा के स्थान पर जोधपुर से निर्मल गहलोत को पर्यावरण ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है. 


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