'या तो बहुत पहले पकड़ लिए होते या फिर...', सीएम अरविंद केजरीवाल को लेकर बोले अशोक गहलोत
Lok Sabha Elections: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कोई सबूत नहीं है. या तो आप उन्हें पहले गिरफ्तार करते, या चुनाव के बाद.
Ashok Gehlot on Arvind Kejriwal: लोकसभा चुनाव के बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने एक बार फिर सीएम अरविंद केजरीवाल के मसले पर बीजेपी को घेरा है. सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिलने के बाद दिल्ली के सीएम और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के इंडिया ब्लॉक के लिए प्रचार करने को लेकर पूछे गए सवाल पर अशोक गहलोत ने बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एक मुख्यमंत्री को प्रचार करने के लिए जमानत दे दी है. आप कल्पना कर सकते हैं कि इतना बड़ा फैसला कैसे लिया गया.
बीजेपी की स्थिति खराब हो गई- अशोक गहलोत
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा, ''अरविंद केजरीवाल एक राजनीतिक दल के प्रमुख हैं, यहां तक कि उनके खिलाफ आरोप भी तय नहीं किए गए हैं. उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है. या तो आप उन्हें पहले गिरफ्तार करते, या चुनाव के बाद. विपक्ष के खिलाफ एक के बाद एक की गई इस तरह की कार्रवाइयों की वजह से आज बीजेपी की स्थिति खराब हो गई है.''
VIDEO | "The Supreme Court has granted bail to a CM to campaign... you can imagine how such a big decision was taken. He is the head of a political party, even the charges have not been framed against him... there is no proof against him. Either you would have arrested him… pic.twitter.com/m8IqgQH91J
— Press Trust of India (@PTI_News) May 13, 2024
इंडिया गठबंधन की बनेगी सरकार- गहलोत
राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने इंडिया गठबंधन की जीत का भी भरोसा जताया. उन्होंने कहा कि पूरे देश में संदेश गया है कि इंडिया गठबंधन सरकार बना सकता है. तीन चरण के चुनाव के बाद अनुमान है कि ऐसी स्थिति बनेगी. उन्होंने दावा किया कि इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है.
अमेठी से राहुल गांधी के लोकसभा चुनाव न लड़ने के सवाल पर भी कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने जवाब दिया. उन्होंने कहा, "जब केएल शर्मा (अमेठी) सीट जीतने के लिए पर्याप्त हैं, तो वे (बीजेपी) राहुल गांधी के बारे में क्यों बात कर रहे हैं. यह कांग्रेस की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है और केएल शर्मा को काफी सोच-विचार के बाद टिकट दिया गया है. इसलिए वे जो चाहें कह सकते हैं. जब हम जानते हैं कि केएल शर्मा हमें यहां चुनाव जिता सकते हैं तो राहुल गांधी को मैदान में उतारने की कोई जरूरत नहीं थी.''
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