Ashok Gehlot On Borewell: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुले बोरवेल में गिरने से होने वाली जनहानि को लेकर चिंता जताई है. कांग्रेस नेता ने राज्य सरकार से ऐसे बोरवेल को बंद करवाने के लिए अभियान चलाने की मांग की. हाल में दौसा जिले में खुले बोरवेल में गिरे पांच साल के आर्यन की मौत हो गई थी. गहलोत ने इसे दुखद बताया है.
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ''दौसा में एक खुले बोरवेल में गिरने से मासूम आर्यन की मृत्यु बेहद दुखद है. तमाम चुनौतियों के बावजूद जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन एवं नागरिक सुरक्षा की टीम ने अच्छा कार्य किया.''
खुले बोरवेल के खिलाफ अभियान चलाने की जरूरत-अशोक गहलोत
उन्होंने कहा, ''खुले बोरवेल में बच्चों के गिरने की घटनाएं लगातार होती रहती हैं. राज्य सरकार द्वारा कई बार इन्हें बंद करने के आदेश जारी किए जाते रहे हैं. इसके बावजूद गांवों में खुले बोरवेल सामान्य तौर पर मिल जाते हैं.'' इस तरह के बोरवेल के खिलाफ अभियान चलाने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, ''खुले बोरवेल से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए सरकार और जनता मिलकर अभियान चलाएं.''
सरकार जिलावार अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करे- अशोक गहलोत
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आगे कहा, ''दूर-दराज के इलाकों में ऐसे बोरवेल की जानकारी प्रशासन को बिना जन सहयोग के नहीं चल सकती है. इसके लिए सरकार जिलावार अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करे और सर्वे करवाकर खुले बोरवेल बंद करवाने का अभियान चलाए जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हो. इससे पहले राजस्थान के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने दौसा में घटनास्थल पर पहुंचकर बोरवेल को लेकर कानून बनाने की वकालत की थी.
बता दें कि प्रशासनिक अधिकारियों, एनडीआरएफ के जवानों और स्थानीय लोगों की मेहनत के बावजूद बोरवेल में गिरे पांच साल के बच्चे को सकुशल नहीं निकाला जा सकता. लगातार 56 घंटे की कोशिश के बाद बुधवार देर रात जब वे बच्चे के पास पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी. घटना दौसा जिले के कालीखाड़ गांव में सोमवार (9 दिसंबर) को दोपहर हुई जब 5 साल का आर्यन खेत में खेल रहा था.
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