अशोक गहलोत के पूर्व OSD ने भजनलाल शर्मा के इस फैसले का किया स्वागत, पूर्व CM पर साधा निशाना
Rajasthan News: कांग्रेस नेता अशोक गहलोत के कार्यकाल में 17 जिले और 3 संभाग बनाए गए थे जिनको लेकर सीएम भजनलाल शर्मा सरकार की ओऱ से बड़ा फैसला आज किया गया है.
Rajasthan News: राजस्थान की भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) सरकार ने राजस्थान के 9 जिले और 3 संभाग को खत्म करने का फैसला किया. उनके इस फैसले का अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने स्वागत किया है. बता दें कि लोकेश शर्मा पिछले विधानसभा चुनाव में बीकानेर से टिकट ना दिए जाने से अशोक गहलोत से नाराज थे. यह बयान उसी नाराजगी का नतीजा है.
लोकेश शर्मा ने 'एक्स' पर लिखा, ''पूर्ववर्ती सरकार के मुख्यमंत्री ने चुनावी वर्ष में बिना सोचे-समझे और बिना संसाधनों के रेवड़ियों की तरह नए जिले घोषित कर दिए...कईयों की तो मांग भी नहीं थी फिर भी विधायकों को खुश करने के लिए और वाहवाही लूटने के लिए बिना सलाह मशविरा के फैसला लिया और बड़ी असमंजस की स्थितियां बन गई. वर्तमान सरकार का अनावश्यक जिलों और संभागों को निरस्त करने का फैसला सही दिशा में उठाया गया कदम है.''
पूर्ववर्ती सरकार के मुख्यमंत्री ने चुनावी वर्ष में बिना सोचे-समझे और बिना संसाधनों के रेवड़ियों की तरह नए जिले घोषित कर दिए...
— Lokesh Sharma (@_lokeshsharma) December 28, 2024
कईयों की तो मांग भी नहीं थी फिर भी विधायकों को खुश करने के लिए और वाहवाही लूटने के लिए बिना सलाह मशविरा के फैसला लिया और बड़ी असमंजस की स्थितियां बन…
हटाए गए ये जिले और संभाग
अशोक गहलोत की सरकार में 17 नए जिले और तीन संभाग बनाए गए थे. इनमें से बीजेपी की मौजूदा सरकार ने दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़, सांचौर जिलों को खत्म करने का निर्णय लिया है जबकि पाली, सीकर और बांसवाड़ा संभाग को भी निरस्त कर दिया है.गहलोत सरकार में बनाए गए बालोतरा, खैरथल-तिजारा, ब्यावर, कोटपूतली-बहरोड़, डीडवाना-कुचामन, फलोदी और संलूबर जिले अस्तित्व में रहेंगे.
गहलोत पर लगाए थे फोन टैपिंग के आरोप
लोकेश शर्मा को 2018 में अशोक गहलोत का ओएसडी कम्युनिकेशन नियुक्त किया गया था लेकिन चुनाव में टिकट ना दिए जाने से वह नाराज थे. लोकसभा चुनाव के दौरान लोकेश शर्मा ने यहां तक आरोप लगा दिया था कि अशोक गहलोत ने सीएम रहते हुए पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट खेमे की बगावत के वक्त फोन टैपिंग करवाई थी.
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