Rajasthan News: राजस्थान की भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) सरकार ने राजस्थान के 9 जिले और 3 संभाग को खत्म करने का फैसला किया. उनके इस फैसले का अशोक गहलोत के पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा ने स्वागत किया है. बता दें कि लोकेश शर्मा पिछले विधानसभा चुनाव में बीकानेर से टिकट ना दिए जाने से अशोक गहलोत से नाराज थे. यह बयान उसी नाराजगी का नतीजा है.
लोकेश शर्मा ने 'एक्स' पर लिखा, ''पूर्ववर्ती सरकार के मुख्यमंत्री ने चुनावी वर्ष में बिना सोचे-समझे और बिना संसाधनों के रेवड़ियों की तरह नए जिले घोषित कर दिए...कईयों की तो मांग भी नहीं थी फिर भी विधायकों को खुश करने के लिए और वाहवाही लूटने के लिए बिना सलाह मशविरा के फैसला लिया और बड़ी असमंजस की स्थितियां बन गई. वर्तमान सरकार का अनावश्यक जिलों और संभागों को निरस्त करने का फैसला सही दिशा में उठाया गया कदम है.''
हटाए गए ये जिले और संभाग
अशोक गहलोत की सरकार में 17 नए जिले और तीन संभाग बनाए गए थे. इनमें से बीजेपी की मौजूदा सरकार ने दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़, सांचौर जिलों को खत्म करने का निर्णय लिया है जबकि पाली, सीकर और बांसवाड़ा संभाग को भी निरस्त कर दिया है.गहलोत सरकार में बनाए गए बालोतरा, खैरथल-तिजारा, ब्यावर, कोटपूतली-बहरोड़, डीडवाना-कुचामन, फलोदी और संलूबर जिले अस्तित्व में रहेंगे.
गहलोत पर लगाए थे फोन टैपिंग के आरोप
लोकेश शर्मा को 2018 में अशोक गहलोत का ओएसडी कम्युनिकेशन नियुक्त किया गया था लेकिन चुनाव में टिकट ना दिए जाने से वह नाराज थे. लोकसभा चुनाव के दौरान लोकेश शर्मा ने यहां तक आरोप लगा दिया था कि अशोक गहलोत ने सीएम रहते हुए पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट खेमे की बगावत के वक्त फोन टैपिंग करवाई थी.
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