Rajasthan Election 2023: चुनावी साल में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वह हर कोशिश कर रहे हैं, जिससे वह सत्ता में काबिज रह सकें. अशोक गहलोत की यह लड़ाई विपक्षी पार्टियों से तो है ही, साथ में अपनी ही पार्टी के नेता सचिन पायलट से भी उनका अंतरद्वंद्व चल रहा है. इसी बीच सीएम के एक कदम ने लोगों को हैरान कर दिया है. दरअसल, सीएम गहलोत ने एक बड़ी इलेक्शन मैनेजमेंट कंपनी को चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दे दी है. 


खास बात ये है कि यह वही मैनेजमेंट कंपनी है, जो पहले सचिन पायलट के साथ काम कर चुकी है. कंपनी का नाम है डिजाइनबॉक्स्ड, जो विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रचार के लिए काम करती है. पॉलिटिकल कैंपेन मैनेजमेंट करने वाली इस कंपनी के फाउंडर नरेश अरोड़ा ने जानकारी दी कि थी कि दिसंबर 2022 में उनकी टीम भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सचिन पायलट के साथ काम कर रही थी और अब अशोक गहलोत ने इस फर्म को कांग्रेस के प्रचार के लिए हायर किया है. 


बजट 2023 की टैगलाइन पर भी किया था काम
जानकारी के अनुसार, नरेश अरोड़ा ने राजस्थान चुनाव के लिए काम करना भी शुरू कर दिया है और इसके लिए कई बैठकें हो चुकी हैं. इतना ही नहीं, राजस्थान बजट 2023 की टैगलाइन 'बचत, राहत, बजट' भी डिजाइनबॉक्स्ड के सजेशन पर ली गई थी. गौरतलब है कि डिजाइनबॉक्स्ड कंपनी कर्नाटक कांग्रेस के साथ दो साल से काम कर रही है. इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की प्रचार कमेटी ने इस कंपनी को चुना था.


क्या है 'गहलोत बनाम पायलट' लड़ाई की स्थिति?
राजस्थान कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो अशोक गहलोत और सचिन पायलट की लड़ाई मामले में अब स्थिति काफी बदली-बदली नजर आ रही है. कांग्रेस के एक नेता ने मीडिया को बताया कि विधानसभा चुनाव 2023 के लिए सीएम गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के साथ काम करने के लिए कोशिशें जारी हैं. 


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