Rajasthan Politics: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आखिर क्यों मानेसर की बातें कर रहे हैं? लगातार यह भी बता रहे हैं कि उनकी सरकार किसने बचाई और कैसे उनकी सरकार पर संकट आया. जबकि, चुनाव मात्र 8 महीने बाद होने वाला है. जबकि चुनावी मोड में जाने वाली सरकार अपनी योजनाओं की चर्चा करती और महंगाई राहत कैंप से मिलने वाली राहत की बात बताती है. लेकिन, अचानक से सब कुछ बदला-बदला सा दिखने लगा है. इसके पीछे की वजह क्या है? क्या अशोक गहलोत इस बार महंगाई, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों को छोड़कर 2020 में हुई मानेसर की घटना की बातें ज्यादा करने वाले हैं.
दरअसल, अशोक गहलोत ने जिस तरीके से रविवार को परोक्ष रूप से सचिन पायलट पर हमला बोला और वसुंधरा राजे की बातें की हैं. ऐसे में कई कयास लगाए जा रहे हैं. 10 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राजस्थान में दौरा होना है. इससे पहले अशोक गहलोत ने एक बार फिर से वसुंधरा राजे के नाम की चर्चा करके फिर से राजनीतिक माहौल गरमा दिया है.
बजट और जिलों की भी नहीं हो रही बात
अशोक गहलोत ने इस बार बजट को मास्टर स्ट्रोक बताया था, लेकिन अब उसे भी कहीं नहीं बताया जा रहा है. प्रदेश में 19 जिलों की सौगात को भी किनारे कर दिया गया है. कांग्रेसी ही बता रहे हैं कि अब बजट और जिलों का मुद्दा कुछ कमजोर पड़ गया है. ऐसे में सियासी बातों को लेकर माहौल बदल रहा है.
पायलट और राजे पर चर्चा
कांग्रेस में हर कोई सचिन पायलट की हर बात पर ध्यान रखता है. पायलट के दौरे से लेकर उनके बयानों पर ध्यान रहता है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी सबकी नजरें टिकी हैं. राजे और पायलट अभी आमने और सामने भी हैं. पायलट ने राजे के शासन में हुए कई मामलों पर जांच की बात कही है.
ये भी पढ़ें
Rajasthan: विधानसभा चुनाव से पहले भरतपुर के दो विधायकों ने सचिन पालयट को दिया झटका? पढ़ें पूरी खबर