Ashok Gehlot Reaction on Sachin Pilot: राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के अनशन के बाद राजस्थान में सियासत गरमा गई है. पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के कार्यकाल में कथित तौर पर भ्रष्टाचार को लेकर सचिन पायलट ने अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है. इस अनशन के बाद जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सचिन पायलट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि, 'हमारा दिमाग इधर-उधर भटकता ही नहीं है.' 


सचिन पायलट और अन्य नेताओं द्वारा कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, 'हमारा लक्ष्य वही है- महंगाई राहत. हम एक लक्ष्य को लेकर चल रहे हैं और वह है महंगाई राहत. इसके अलावा, हमारा दिमाग राइट-लेफ्ट जाता ही नहीं है. न ही जाएगा. '



कांग्रेस प्रभारी रंधावा से मिले सचिन पायलट
गौरतलब है कि सचिन पायलट ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि कई शिकायतों के बाद भी अशोक गहलोत ने इस भ्रष्टाचार मामले में कोई कार्रवाई नहीं की. इसी के खिलाफ अनशन करते हुए सचिन पायलट 12 अप्रैल को दिल्ली पहुंचे, जहां उन्होंने कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मुलाकात की. 


कांग्रेस आलाकमान पर दबाव की तरह देखा जा रहा सचिन पायलट का ये एक्शन 
अब सचिन पायलट के अनशन के बाद से फिर से ये सवाल उठ रहा है कि क्या पायलट कांग्रेस को छोड़ने वाले हैं? वहीं, दूसरा सवाल ये कि अगर सचिन पायलट कांग्रेस छोड़ देते हैं तो क्या किसी और पार्टी में शामिल होंगे या कुछ और बड़ा करेंगे? सचिन पायलट के इस अनशन को कांग्रेस आलाकमान पर दबाव की तरह देखा जा रहा है. विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान कांग्रेस के नेतृत्व में बदलाव का दबाव कई बार पहले भी बनाया जा चुका है, लेकिन आलाकमान द्वारा हर बार अशोक गहलोत को ही चुना गया. 


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