Rajasthan News: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा निकाली जा रही है. यात्रा जैसे-जैसे राजस्थान के करीब आ रही है वैसे-वैसे राजस्थान में सियासत गर्माने लगी. बयानों में भी तल्खी देखी जा रही हैं. राजस्थान में कांग्रेस गहलोत व पायलट के गुटों में बटी हुई हैं एक खेमा पायलट को मुख्यमंत्री बनाना चाहता है. वहीं गहलोत खेमा सचिन पायलट को स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. सचिन पायलट को सीएम बनाने की तैयारी के दौरान राजस्थान कांग्रेस में बगावत देखी गई.


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में कहा कि सचिन पायलट को सीएम बनाने के सवाल पूछने पर बोले की जिसकी वजह से 34 दिन हमारी पार्टी होटल में बैठी रही, जिसके षड्यंत्र पर सरकार को गिराने की कोशिश की थी, उसमें अमित शाह भी शामिल थे. जब उनसे सवाल किया गया कि फिर भी आलाकमान सचिन पायलट को सीएम बनाना चाहे तो सीएम गहलोत ने कहा कि कैसे बना सकते हैं. जिस आदमी के पास 10 विधायक नहीं हैं, जिसने गद्दारी की हो, जिसको गद्दार नाम दिया हो, उसको कोई भी विधायक स्वीकार नहीं करेंगे.


सीएम गहलोत ने कही ये बात
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सीएम गहलोत ने कहा कि मैं भी स्वीकार नहीं करूंगा क्योंकि मैं भी भुगत चुका हूं. मैंने 34 दिन होटल में गुजारे हैं. सभी विधायकों ने मेरा साथ दिया. जिनकी बदौलत आज राजस्थान मैं कांग्रेस की सरकार है. मैं उन सभी का शुक्रगुजार हूं.बता दें कि 2020 में सचिन पायलट अपने समर्थक विधायकों के साथ बगावत करके होटल मानेसर में जाकर बैठ गए थे. उस दौरान राजस्थान सरकार अल्पमत में चली गई थी. उस दौरान सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को नाकारा निकम्मा कहा था और अब सचिन पायलट को गद्दार कहा है.


कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया


काग्रेस ने परोक्ष रूप से गहलोत को नसीहत दी और साफ किया राजस्थान पर फैसला लंबित है. बयान जारी करते हुए जयराम रमेश ने कहा कि पायलट के साथ गहलोत के मतभेद को ऐसे सुलझाया जाएगा जिससे कांग्रेस मजबूत हो. फिलहाल सभी कांग्रेस जनों की जिम्मेदारी भारत जोड़ो यात्रा की कामयाबी को उत्तर भारत में और दमदार बनाने की है. आज भारत जोड़ो यात्रा के बीच से राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के सचिन पायलट की तस्वीर आई थी.