(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan Politics: सचिन पायलट की हुंकार, मंत्री ने दिया खुला चैलेंज और आ गया सीएम गहलोत का जवाब, क्या हैं सियासी मायने?
Ashok Gehlot on Sachin Pilot Hunger Strike: अशोक गहलोत ने कहा कि जब सचिन पायलट सरकार में थे तो खान घोटाले पर सवाल क्यों नहीं उठाए? रोचक बात यह है कि CM का जवाब सचिन पायलट के अनशन के 7 दिन बाद आया है.
Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने में अभी कुछ महीने ही बचे हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी और सरकार में खलबली मची है. मुख्यमंत्री से लेकर विधायक तक अपने बयानों के लिए चर्चा में हैं. कल जहां एक तरफ जयपुर में मुख्यमंत्री और प्रदेश प्रभारी विधायकों से उनकी राय जान रहे थे, वहीं झुंझनूं में सचिन पायलट के मंच से मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने अनुशासन की कार्रवाई करने की चुनौती दे डाली. इसपर अब मुख्यमंत्री का जवाब भी आ गया है, जो राजस्थान की सियासत में बड़ा घटनाक्रम माना जा रहा है.
अशोक गहलोत का रिप्लाई के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं. सरकार ने पहले बजट को सबसे बेहतर बताया और अब योजनाओं को जमीन तक ले जाने के लिए बात हो रही है. सरकार और संगठन का दावा है कि लोगों तक पार्टी के नेता कार्यकर्ता आम लोगों तक पहुंचेंगे और यही बात दूसरी तरफ से भी की जा रही है. ऐसे में अब सियासी मायनों में कौन सरकार की वापसी के लिए काम कर रहा है, इससे कांग्रेसी भी कन्फ्यूज हो गए हैं. क्योंकि तस्वीर साफ़ नहीं है.
जयपुर से झुंझुनू तक के महौल में गर्माहट
प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सोमवार को जयपुर से झुंझुनू गए और एक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस बीच उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया गया. वहीं, जब झुंझुनू में पहुंचे तो फिर अपने चुनावी अंदाज में दिख गए. क्योंकि वहां पर भीड़ बहुत ज्यादा थी. ऐसे में जो भी वहां पर कहा गया उसका असर भी दिखने लगा. टीबा गांव में सचिन पायलट ने कहा कि जनता से किए वादे पूरे नहीं हुए. उन्होंने कहा कि मैं विरोध करता हूं तो ऐसा करता हूं कि धुआं निकाल देता हूं.
अब यह बात जयपुर तक पहुंच गई. इसका असर बड़ा माना जा रहा है. इसे पायलट की हुंकार माना जा रहा है. सोमवार को भी भीड़ ने कई संकेत दिए हैं. शाहपुरा और टीबा गांव में गर्मी में भी बड़ी भीड़ जुटी रही. इससे जयपुर से झुंझुनू तक सियासी माहौल गर्म हुआ है.
मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने दिखाए तेवर
उदयपुरवाटी से विधायक और मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने सोमवार को मंच से ललकार दिया है. उन्होंने कहा- मुझपर कार्रवाई करिये, मैं तैयार हूं, लेकिन दम है तो सचिन पायलट पर अनुशासन की कार्रवाई करके दिखाओ. छठी का दूध याद आ जाएगा. इस दौरान वहां पर भीड़ में खूब जोश देखा गया. गुढ़ा बहुत दिनों बाद इस तरह से और इस अंदाज में दिखे. मंत्री के तेवर की चर्चा हर जगह हो रही है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आया जवाब
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जब सचिन पायलट सरकार में थे तो खान घोटाले में सवाल क्यों नहीं उठाए? सीएम ने बताया कि 91 कार्रवाई हो चुकी हैं. रोचक बात यह है कि सीएम का जवाब सचिन पायलट के अनशन के लगभग सात दिन बाद आया है. इतना ही नहीं, सीएम ने प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के माध्यम से पायलट के सवालों का जवाब आलाकमान तक पहुंचा दिया है.
क्या समझ रहे हैं कांग्रेसी
चुनावी मुहाने पर खड़े कांग्रेसी समझ नहीं पा रहे हैं, किसकी बात सच मानें या किसकी न मानें. क्योंकि इसमें आलाकमान की तरफ से कोई जवाब नहीं आ पाया है. ऐसे में सभी विधायकों से वन-टू-वन बातचीत और फीडबैक लिया जा रहा है. हालांकि, कोई तस्वीर साफ़ नहीं हो रही है. सभी आलाकमान के स्पष्ट निर्देश के इंतजार में हैं.
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