Rajasthan: 'राहुल गांधी ने PM मोदी के OBC में शामिल होने के मुद्दे पर सच बोला...', प्रधानमंत्री की जाति पर क्या बोले अशोक गहलोत?
Lok Sabha Election 2024: अशोक गहलोत ने कहा अगर पीएम खुद को ओबीसी समुदाय का सबसे बड़ा समर्थक मानते हैं, तो उन्हें जल्द से जल्द राहुल गांधी की मांग के अनुसार देशव्यापी जाति जनगणना कराए जाने का ऐलान करना चाहिए.
Ashok Gehlot on PM Modi Caste Row: लोकसभा चुनाव 2024 (Loksabha Elections 2024) से पहले 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पर निकले कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की जाति को लेकर टिप्पणी की है. राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी का जन्म सामान्य वर्ग में हुआ था और बाद में उनकी कम्युनिटी को ओबीसी में शामिल किया गया. वहीं अब राहुल गांधी के इस बयान का राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने समर्थन किया है.
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने एक्स पोस्ट में कहा कि 'राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ओबीसी में शामिल होने के मुद्दे पर सच बोला है. 1978 में गुजरात में पिछड़ा वर्ग के लिए गठित मंडल आयोग और बख्शी समिति की सिफारिशों में मोदी/घांची जाति को ओबीसी सूची में शामिल नहीं किया गया था, उनकी जाति पूरे देश में एक व्यापारिक समुदाय की थी. जैन, माहेश्वरी और अग्रवाल समुदाय के लोग आमतौर पर मोदी उपनाम का उपयोग करते हैं.'
श्री राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के ओबीसी में शामिल होने के मुद्दे पर सच कहा है क्योंकि मंडल कमीशन एवं गुजरात में पिछड़ा वर्ग के लिए 1978 में बनाई बख्शी समिति की सिफारिशों में मोदी/घांची जाति को ओबीसी में शामिल नहीं किया गया था। पूरे देश में मोदी जाति बिजनेस…
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 9, 2024
अशोक गहलोत ने क्या कहा?
अशोक गहलोत ने आगे कहा कि 'अगर पीएम मोदी खुद को ओबीसी समुदाय का सबसे बड़ा समर्थक मानते हैं, तो उन्हें जल्द से जल्द कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मांग के अनुसार देशव्यापी जाति जनगणना कराए जाने का ऐलान करना चाहिए.' वहीं गहलोत ने आगे कहा कि 'जैसा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जातिगत जनगणना से एक तरफ तो केन्द्र और राज्य सरकारों को पिछड़ों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने में आसानी होगी. दूसरी तरफ किसी को भी यह भ्रम भी नहीं होना चाहिए कि जातिगत जनगणना से जनरल कैटिगिरी की प्रगति में कोई रुकावटें पैदा होंगी.'
पीएम मोदी की जाति पर की थी टिप्पणी
दरअसल ओडिशा में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि "पीएम मोदी का जन्म तेली जाति के एक परिवार में हुआ था, जिसे साल 2000 में गुजरात में बीजेपी सरकार के कार्यकाल के दौरान ओबीसी सूची में शामिल किया गया था." कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था "प्रधानमंत्री देश में कभी जाति आधारित गणना नहीं कराएंगे और उसके बिना सामाजिक न्याय हसिल नहीं किया जा सकता. बहुत से लोगों को सामाजिक न्याय नहीं मिल रहा है. केवल कांग्रेस पार्टी ही यह जाति आधारित गणना कराएगी और भारत में सामाजिक न्याय सुनिश्चित करेगी.
राहुल गांधी को मिल सकती है नोटिस
वहीं अब कांग्रेस नेता के इस बयान पर राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग राहुल गांधी को नोटिस जारी करने पर विचार कर रहा है. राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हंसराज अहीर ने एबीपी न्यूज को बताया कि राहुल गांधी ने पिछड़े समाज का अपमान किया है. उन्होंने कहा, "हम राहुल गांधी को नोटिस भेजने के बारे में विचार रहे हैं. उन्हें मांफी मांगनी चाहिए. पीएम मोदी की जाति साल 1999 के पहले ओबीसी में रिजस्टर्ड थी."