Rajasthan Elections 2023: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सोमवार को खुद के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) से 'बड़ा फकीर' होने का दावा किया और एक बार फिर कहा कि वह मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहते हैं, लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है. उन्होंने यहां बिड़ला सभागार में आयोजित एक समारोह में यह भी कहा कि कांग्रेस आलाकमान जो भी फैसला करेगा, वह उन्हें मंजूर होगा.
सीएम गहलोत ने बीती 3 अगस्त को भी कहा था कि वह कई बार मुख्यमंत्री पद छोड़ने की सोचते हैं, लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा. उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा था, 'अब आगे देखते हैं क्या होता है.' सीएम गहलोत ने कहा, 'अगर मैंने यह बात बोली तो मैंने सोच-समझकर बोली. मन में आता है कई बार कि यह पद छोड़ दूं. क्यों आता है, वह एक रहस्य है लेकिन हाईकमान जो फैसला करेगा, वह मुझे मंजूर होगा. यह कहने की हिम्मत होनी चाहिए कि मैं पद छोड़ना चाहता हूं, पर यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा है.'
'मोदी केवल एक पार्टी और धर्म के ही प्रधानमंत्री'
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और सीएम गहलोत के पुराने टकराव, फिर कांग्रेस आलाकमान द्वारा दोनों के बीच सुलह के प्रयासों के बीच अशोक गहलोत का यह बयान अहम माना जा रहा है. कांग्रेस नेतृत्व भी यह संकेत दे चुका है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का कोई चेहरा घोषित नहीं होगा. इस साल नवंबर-दिसंबर में राजस्थान विधानसभा चुनाव होना है.
सीएम गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके व्यवहार और 'बॉडी लैंग्वेज' से लगता है कि वह एक पार्टी और केवल हिंदुओं के ही प्रधानमंत्री हैं. यह बहुत खतरनाक बात है. इस अवसर पर उन्होंने नवगठित जिलों की उद्घाटन पट्टिकाओं का डिजिटल अनावरण भी किया.
'मैं आपसे बड़ा फकीर हूं'
सीएम गहलोत ने इस अवसर पर कहा, 'मैं पूरे प्रदेशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि राज्य सरकार के फैसले राज्य के हित में होंगे. मुझ पर पूरे प्रदेशवासियों को विश्वास करना चाहिए. मैं जो कहता हूं वह दिल से कहता हूं. मोदी जी अपने बारे में कहते हैं, 'मैं फकीर हूं' लेकिन मोदी जी, मैं आपसे बड़ा फकीर हूं.' उन्होंने कहा, 'आपने गौर किया होगा कि मोदी जी एक परिधान को दुबारा नहीं पहनते. दिन में वह दो-तीन बार ड्रेस बदलते होंगे. मेरी ड्रेस वही रहती है तो मैं उनसे बड़ा फकीर नहीं हूं क्या? मैंने जिंदगी में एक भूखंड तक नहीं खरीदा, एक फ्लैट तक नहीं खरीदा, एक ग्राम सोना तक नहीं खरीदा. क्या मुझसे बड़े फकीर होंगे वह?'
अशोक गहलोत ने कहा, 'मोदी जी कहते हैं- मेरे मित्र अशोक गहलोत... लेकिन उसी मित्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं. मोदी जी जब कहते हैं कि मेरे मित्र अशोक गहलोत, तो जनता में भ्रम होता है कि अशोक गहलोत एवं मोदी में बड़ी अच्छी दोस्ती है. बीजेपी वालों की कथनी और करनी में अंतर होता है.