Ashok Gehlot Targets BJP: अयोध्या (Ayodhya) समेत देश भर में राम मंदिर (Ram Mandir) और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ramlala Pran Pratishtha) महोत्सव को लेकर उत्साह का माहौल है. 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का हर कोई बेसब्री से  इंतजार कर रहा है. इस बीच राम मंदिर के कार्यक्रम और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तमाम पार्टियों के नेताओं के बयान भी सामने आ रहे हैं.


इसी  क्रम में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) का भी बयान सामने आया है. अशोक गहलोत ने मंगलवार को कहा कि जिस तरह से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को प्रस्तुत किया जा रहा है, ऐसा लग रहा है कि ये बीजेपी का प्रयोजित कार्यक्रम है. इतना ही नहीं अशोक गहलोत ने बीजेपी पर चुनाव जीतने के लिए माहौल बनाने का आरोप लगाते हुए आगे कहा "हर भारतीय भगवान राम का भक्त है. भगवान राम सभी के हैं. चुनाव जीतने के लिए माहौल बनाया गया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद विवाद समाप्त हो गया. सभी धर्मों के लोगों ने फैसले का स्वागत किया. " 


अशोक गहलोत ने क्या कहा
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी बीजेपी हो  सकती है, लेकिन वो पूरे देश के नेता हैं. उन्होंने आगे कहा कि 22 जनवरी का पूरा कार्यक्रम विवादों में आ गया है, जो नहीं आना चाहिए  था. शंकराचार्य  नाराज हो गए हैं. साथ ही उन्होंने ये  भी कहा कि वो आयोध्या नहीं जाएंगे. अशोक गहलोत ने कहा कि हाल में हुए पांच राज्यों के चुनाव में बीजेपी ने राम मंदिर के मुद्दे का प्रचार किया. उन्होंने कहा कि  सनातन धर्म को लेकर विवाद पैदा किया गया.  


इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि राम मंदिर का पट्टा बीजेपी  के पास नहीं है. राम मंदिर पूरे देश का है और इस पर सबका हक है. बता दें कि अयोध्या में वैदिक अनुष्ठान रामलाला की प्राण प्रतिष्ठा के मख्य समारोह से  एक हफ्ते पहले 16 जनवरी से शुरू होंगे. गौरतलब है कि 14 से लेकर 22 जनवरी तक अयोध्या में अमृत महोत्सव मनााया जाएगा.


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