Ashok Gehlot News: देश भर में चल रहे NEET परीक्षा के मुद्दे पर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत का बयान सामने आया है. अशोक गहलोत ने NEET परीक्षा के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा कि परीक्षा रद्द कर दोबारा परीक्षा करवाने में क्यों देरी की जा रही है? गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने 26 लाख अभ्यर्थियों वाली रीट परीक्षा में अनियमितता सामने आने पर पेपर रद्द कर दोबारा पेपर करवाया था और 50,000 बच्चों को नौकरी दी थी.


उन्होंने कहा, ''केंद्र सरकार NEET परीक्षा के मामले में मेहनती विद्यार्थियों का हक मारना चाहती है और अपनी गलती छिपाने के लिए लाखों बच्चों की आशाओं को हमेशा के लिए खत्म कर रही है.''


उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं. उन्होंने पूछा कि परीक्षा रद्द कर दोबारा परीक्षा करवाने में क्यों देरी की जा रही है? 






कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ''प्रधानमंत्री श्री @narendramodiएवं उनकी सरकार पिछले 10 साल से हर जरूरी मुद्दे पर मौन साधकर उस मुद्दे के पब्लिक मेमोरी से गायब होने का इंतजार करती है। ऐसा ही ये अब NEET परीक्षा के मुद्दे पर कर रहे हैं. जब जांच एजेंसियों ने मान लिया कि पेपर लीक हुआ है, NTA में अनियमितताएं हुईं हैं तो पहली परीक्षा रद्द कर दोबारा परीक्षा करवाने में क्यों देरी की जा रही है? मीडिया में भी इस मुद्दे को दबा सा दिया है.''


अशोक गहलोत ने कहा, ''हमारी सरकार के दौरान 26 लाख अभ्यर्थियों वाली रीट परीक्षा में अनियमितता सामने आने पर हमने पेपर रद्द कर दोबारा पेपर करवाया एवं 50,000 बच्चों को नौकरी दी. अपनी गलती मानकर उसमें सुधार करना लोकतंत्र की खासियत है. क्या केन्द्र सरकार NEET परीक्षा के मामले में मेहनती विद्यार्थियों का हक मारना चाहती है एवं अपनी गलती छिपाने के लिए लाखों बच्चों की आशाओं को हमेशा के लिए खत्म कर रही है.''


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