Jodhpur News: राजस्थान विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज की है. जिसके बाद कई दिनों तक चली मंथन के बाद बीजेपी आलाकमान ने भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री, जबकि दिया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा को उपमुख्यमंत्री बनाया. अब मंत्रिमंडल का विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं, कई बड़े नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने लगातार मंत्रिमंडल में विस्तार को लेकर हो रही देरी पर सवाल उठाए हैं. 


अशोक गहलोत ने मंगलवार (26 दिसंबर) को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के फैसलों पर तंज कसते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब चुनाव प्रचार के लिए आते थे तो कहते थे हम कोई योजना बंद नहीं करेंगे. वो गारण्टी शब्द का उपयोग करते थे. मुझे दुख होता है कि आनन फानन में फैसला लेकर 5 हजार युवाओं को इन्होंने बेरोजगार कर दिया है." दरअसल, राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम को प्रदेश सरकार ने बंद करने का फैसला किया है. इसको लेकर अशोक गहलोत ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया . 


कांग्रेस की योजना बंद करने पर गहलोत का तंज
राजीव गांधी युवा मित्र इंटर्नशिप कार्यक्रम बंद करने पर अशोक गहलोत ने कहा कि "आपको राजीव गांधी के नाम से दिक्कत थी, तो आप अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से योजना जारी रखते. युवा बेरोजगारों के लिए ज्यादा बेहतर होता. 5 हजार युवा इस उम्मीद में लगे थे कि कभी ना कभी हमारा नंबर आएगा, हमारा अनुभव काम आएगा. हम पक्के हो जाएंगे. हमने फैसला किया था." उन्होंने कहा कि "संविदा कर्मियों को पक्का करने और ठेका प्रथा बंद करने की योजना लेकर अब हमें चिंता हो रही है. हमारे उन फैसलों का क्या होगा? इसको लेकर हमने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उनकी मंशा को लेकर सवाल पूछा था."


पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि "हम लोग रोज-रोज सोचते हैं, यह अभी ठीक नहीं है. उनके मंत्रिमंडल का अभी पूरी तरह से गठन नहीं हुआ है. वह नए सीएम बने हैं और उन्हें मौका देना चाहिए." उन्होंने कहा कि "हम सब यही सोचते थे कि वह अपना काम संभाल लें, लेकिन उन्होंने इसके उलट आनन फानन में फैसला दिया जो उचित नहीं है." उन्होंने कहा कि "हमारी सरकार ने बीजेपी की नई सरकार को गिफ्ट दिया है. हमारी 180 ऐसी योजनाएं हैं, जो पब्लिक इंटरेस्ट में हैं. उन पर रिसर्च करना चाहिए. इस योजना को जारी रखने की पीएम मोदी ने गारंटी दी थी, लेकिन आप (सीएम भजनलाल शर्मा) तो शुरुआत में पीएम मोदी के गारंटी की धज्जियां उड़ा रहे हैं."


'कांग्रेस की स्थापना दिवस पर पूरे देश...'
इस मौके पर तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहा, "सभी विपक्षी दलों के गठबंधन की रैली नागपुर में हो रही है, उसमें मैं जा रहा हूं." उन्होंने इस रैली के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि "इसका नाम "है तैयार हम." इसको लेकर लाखों लोग इकट्ठा होंगे. देश के लिए यह नई शुरुआत होगी. 28 दिसंबर कांग्रेस का स्थापना दिवस है. इस दिन देश के हर गांव शहर और ढाणी में कोई न कोई कार्यक्रम किए जाएंगे. मैं उम्मीद करता हूं कि हमारा गठबंधन कामयाब होगा." अशोक गहलोत बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि "लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, उससे जनता को छुटकारा मिलेगा और सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग रुकेगा."


'राम मंदिर को पर्सनल प्रॉपर्टी समझती है बीजेपी'
बीजेपी पर आरोप लगाते हुए अशोक गहलोत ने कहा, "उनके नेता अहम और घमंड में इतने आगे निकल गए हैं, जैसे राम मंदिर उनकी पर्सनल प्रॉपर्टी हो. राम मंदिर को लेकर जिस तरह से वह व्यवहार कर रहे हैं. राम मंदिर तो पूरे देश का है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से इसका निर्माण हुआ था. इसमें पूरे देश की भागीदारी है. उस फैसले को सभी ने स्वीकार किया था. असेंबली में सनातन धर्म को लेकर हमसे ऐसे व्यवहार किया जाता है. जैसे हम सनातन धर्म मानते ही नहीं हैं." उन्होंने कहा कि "राम मंदिर को लेकर काफी पहले से प्रचार प्रसार किया जा रहा है. आखिर यह देश की जनता को क्या मैसेज देना चाहते हैं."


कांग्रेस की बैठक को लेकर गहलोत ने क्या कहा?
विपक्षी गठबंधन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "हमारी एक बैठक हो चुकी है. हमारी कांग्रेस की दूसरी बैठक 29 से 30 तारीख को दिल्ली में होगी. उसमें हम पहले पार्टी से जानेंगे कि हम क्या चाहते हैं? हम क्या सोचते हैं? उसके बाद अन्य दलों से पूछेंगे की पार्टी के बारे में क्या सोचते हैं या वो क्या चाहते है."


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