Rajasthan Former CM Letter: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट एक संदेश में भजनलाल सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कांग्रेस सरकार में राजीव गांधी स्कॉलर्शिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना को प्रदेश सरकार पर रोड़ा डालने का आरोप लगाया है.


अशोक गहलोत ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट संदेश में लिखा लिखा कि हमारी सरकार द्वारा 500 बच्चों को विदेश में निशुल्क पढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई राजीव गांधी स्कॉलर्शिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना भी नई सरकार में अटक गई है. इससे विदेश में पढ़ाई कर रहे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 346 विद्यार्थियों को योजना में चयन के बावजूद स्कॉलर्शिप नहीं मिल रही है.






मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लिखे पत्र में अशोक गहलोत ने कहा कि 15 दिसंबर तक आने वाली तीसरी सूची को आजतक जारी नहीं किया गया, इसका खामियाजा प्रतिभावान छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मुझसे मिलने आए विद्यार्थियों ने इसकी जानकारी दी, तो मैंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इसको लेकर पत्र लिखा था. उन्होंने दावा किया कि एक बार फिर विद्यार्थियों और उनके परिजनों ने मिलकर बताया है कि एक हफ्ते से अधिक समय बीत जाने के बाद भी उन्हें स्कालरशिप नहीं मिली है.


'राज्य सरकार द्वारा जारी फंड अपर्याप्त'
चयनित विद्यार्थियों का जिक्र करते हुए सीएम भजनलाल को लिखे पत्र में अशोक गहलोत ने कहा कि इस योजना के तहत जिन 346 विद्यार्थियों का चयन हुआ है, उनमें से अधिकतर विदेश जा चुके हैं. हालांकि उन्हें स्कालरशिप नहीं मिल पाई है. इससे उनके सामने आगे की पढ़ाई जारी रखने में संकट की स्थिति पैदा हो गई है. इन विद्यार्थियों के सामने यूनिवर्सिटी के जरिये एडमिशन कैंसल होने की तलवार लटक रही है. पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने जारी फंड को लेकर कहा कि राज्य सरकार ने इसके लिए सिर्फ 10 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है. ये पूरी तरह से अपर्याप्त है. 


सीएम भजनलाल से अशोक गहलोत ने क्या कहा?
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इस तरह के मामलों में 8 लाख रुपये की आय वाले परिवारों के छात्रों के लिए 50 लाख रुपये ट्यूशन फीस और हर महीने एक लाख रुपये देने का प्रावधान है. इसी तरह 8 से 25 लाख आय वाले परिवार से ताल्लुक रखने वाले छात्रों को के लिए 50 लाख रुपये ट्यूशन फीस और 50 हजार रुपये स्थायी फंड उपलब्ध कराने का प्रावधान नियमों में किया गया है. उन्होंने सीएम भजनलाल को संबोधित करते हुए कहा कि राजीव गांधी स्कालर्शिप की राशि नहीं मिलने से वहां पहुंचने वाले छात्रों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अगर तय समय के बाद स्कालरशिप नहीं आने से इन बच्चों की शिक्षा और करियर दोनों पर असर पड़ेगा.


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